बच्चों के लिए सुयोग्य जोड़ी की तलाश में जमे ब्राह्मण
मुंबई (तेज समाचार प्रतिनिधि): सरयूपारीण ब्राम्हण मंच फाउंडेशन के तत्वावधान में ब्राम्हण समाज के विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के लिए नवीमुंबई के वाशी के मराठी साहित्य कला मंदिर सभागार में 17वें वर-वधू परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे तथा महाराष्ट्र के कोने-कोने से बड़ी संख्या में ब्राम्हण समाज के लोग अपने बच्चों के लिए सुयोग्य जोड़ीदार की तलाश में जमा हुए. मुख्य अतिथि के रूप में आयकर आयुक्त वी.के. त्रिपाठी एवं सम्मानीय अतिथि के रूप में डीवाई पाटिल आयुर्वेद के वाइस डीन डा. अमर द्विवेदी मौजूद थे. डा. अमर ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुवात की. मंच के प्रमुख संयोजक डॉ. विजय नारायण मिश्र (विजय पंडित), अमित तिवारी, दर्शन तिवारी, एड. रमेश त्रिपाठी, राजेंद्र त्रिपाठी तथा लोकेश तिवारी के संयुक्त संयोजकत्व में ब्राम्हण समाज के प्रमुख अतिथियों का स्वागत किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत वर वधुओं के पंजीयन से हुई. उसके बाद प्रथम सत्र में उपस्थित लोगों ने अपने परिवार, गोत्र के साथ बच्चों का परिचय दिया. मुख्य अतिथि आयकर आयुक्त वी.के. त्रिपाठी ने ब्राह्मण युवक युवतियों के विवाह में देरी का उल्लेख करते हुए समाज और मैट्रोमोनियल संस्थाओं के बीच समन्वय की जरूरत बताई.
जड़ से कटने से खड़ी हुई शादी-ब्याह की समस्या
भाजपा नेता संजय उपाध्याय ने सम्मेलन को मुंबई शहर के लिए उपयोगी बताया. वरिष्ठ पत्रकार ब्रजमोहन पांडेय ने ब्राह्मण समाज में व्याप्त कुछ विसंगतियों का हवाला देते हुए परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की. नवीमुंबई स्थित डीवाई पाटिल आयुर्वेद कालेज के वाइस डीन डा. अमर द्विवेदी ने कहा कि विजय पंडित के नेतृत्व में यह पहल बहुत ही सराहनीय है. इससे लोगों को बहुत ही फायदा होगा. उन्होंने कहा कि बहुत से हमारे बंधु अपनी जड़ों से कट गए हैं. ऐसे लोगों का संबंध अपने रिश्तेदारों एवं परिवारों से टूट चुका है. ऐसे में उनके बच्चों की शादी में कठिनाइयां आ रही हैं. देखा जा रहा है कि समाज के कई बच्चे 40 की उम्र पार कर चुके हैं लेकिन उनकी शादी नहीं हो सकी है. संस्था द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी देते हुए डॉ. विजय पंडित ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य ब्राम्हण समाज के वैवाहिक समस्याओं पर पूर्ण विराम लगाना है. अभी तक संस्था के माध्यम से 900 से अधिक रिश्तों की नींव पड़ चुकी है. ब्राम्हण समाज में दहेज प्रथा का शमन करने तथा सम्मेलन के माध्यम से विवाह योग्य लड़के लड़कियों को योग्य वर-वधू उपलब्ध कराने के उद्देश्य से परिचय सम्मेलन की श्रृंखला शुरू की गयी है. जिसका समाज में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है. डा. अमर डी मिश्र ने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि सरयूपारीण ब्राह्मण समाज द्वारा किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं. इस संस्था द्वारा हर माह जरूरतमंदों को राशन एवं अन्य घरेलू सामग्रियों का वितरण किया जाता है. उन्होंने कहा कि इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहभागिता जरूरी है.
निःशुल्क ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की रही सुविधा
एड. रमेश त्रिपाठी ने विवाह योग्य युवाओं के पंजीकरण पर ब्राह्मण परिवारों का आभार जताया. कहा, सरयूपारीण और कान्यकुब्ज एक समाज के होकर भी बंटे हुए हैं. संस्था विवाह योग्य वर-वधू सम्मेलन के अलावा सरयूपारीण समाचार व संस्था की वेबसाइट के माध्यम से अब तक हजार से अधिक शादियां करवाने में अपनी सार्थक भूमिका निभा चुकी है. कार्यक्रम में आये हुए ब्राह्मणों ने भारी संख्या में अपने शादी योग्य बेटे बेटियों का निःशुल्क ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया.
इस अवसर पर यूपी मान्यता प्राप्त पत्रकार संघ के अध्यक्ष हेमंत तिवारी, डा. अमर मिश्र, आदित्य दूबे, रज्जन पांडेय, राजेंद्र तिवारी, एड. प्रीति दूबे, संदीप शुक्ला, चंद्रशेखर शुक्ला, ओमप्रकाश तिवारी, विनोद उपाध्याय, बी.के. त्रिपाठी, जगदंबा तिवारी, मुकेश पांडेय, मुरली तिवारी, अंकित त्रिपाठी, ओमप्रकाश उपाध्याय, प्रो. अनिल शुक्ला, श्यामनारायण मिश्र, लोलारक मिश्र, सीमा तिवारी, कविता पांडेय आदि उपस्थित थे.