जामनेर (नरेंद्र इंगले) कोई भी विकास योजना जब चलाई जाती है तब उसका मूल्यांकन उसकी गुणवत्ता से कम और लागत से अधिक किया जाता है ! राजनीतिक हकलो मे नेता लोग इस जनसेवा को प्रचार के जरिये लोगो के बीच इस प्रकार से पेश करते है कि मानो उन्होंने जनता पर कोई अहसान कर दिया हो ! जामनेर मे जब ग्राम पंचायत थी तब 1995 मे विधायक चुने गए गिरीश महाजन ने 1997 मे गांधी चौक से लेकर पाचोरा सड़क तक 400 मीटर की सीमेंट की पक्की सड़क बनाई ! नामकरण स्वातंत्र्यवीर सावरकर मार्ग किया गया 90 के दशक मे बनी यह पहली सड़क थी !
काम काफी गुणवत्तापूर्ण किया गया आज इस सड़क की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि जैसे यहा पहले भी शायद कभी सड़क बनी हो ! गुजरात के ठेकेदार को सुरंगी नालियो का 70 करोड़ का ठेका दिया गया ! 112 कि मी तक की सड़के उखाड़ी गई नालियो का काम 2 साल तक चला उसके बाद पूरा हो गया ! इसी बीच कुछ लोगो के आलीशान आशियाने ( बंगले ) भी बनकर तैयार हो गए ! उखाड़ी गई सड़को के निर्माण के लिए टेंडर निकलकर करीब 2 करोड़ की लागत से सड़को का डामरीकरण किया गया गुणवत्ता का कोई पैमाना जांचा नही गया ! सावरकर मार्ग की किस्मत नही चमकी सकी बस बजरी और मुरुम से गड्ढ़े भरे गए है !
जामनेर के स्थानीय विकास इकाई की विकास की पूरी ताकत सड़क और पानी की योजनाओ पर खर्च की गई ! बीते 30 सालो मे अब तक सैकड़ो करोड़ रुपया खर्च हो गया लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और है ! योजनाओ के सरकारी फंड से कमीशनखोरी के जरिये करोड़ो रुपयो का भ्रष्टाचार किया गया ! सुरंगी नालियो के 70 करोड़ की योजना मे काफी गड़बड़ी है लेकिन शिकायतो के नाम पर कुछ नही तत्कालीन ग्राम पंचायत से लेकर निगम के अब तक के 30 बरस के कार्यकाल मे पूरे किए गए सभी परियोजनाओ के श्वेतपत्र की मांग जनता मे की जा रही है !
रेमडीसीवीयर पर मुनाफाखोरी – कोविड 19 का प्रतिरोधी टिका रेमडीसीवीयर की कीमत करीब 3700 रु बताई गई है ! इसी इंजेक्शन को जामनेर मे 10 हजार रुपयो तक बेचा जा रहा है ! जलगांव मे यही टिका 4500 रु मे सहज उपलब्ध हो जाता है !
कोरोना और आर्थिक संकट के बीच जहा राज्य सरकार मेडिकल से जुड़ी सेवा को हर संभव तरीके से मुहैय्या कराने की कोशिश कर रही है वही निजी स्वास्थ क्षेत्र से मुनाफाखोरी की आ रही शिकायते गंभीर है ! जामनेर उपजिला अस्पताल मे कोविड को लेकर जो सुविधाए है वह पहले से काफी बेहतर है !
वाघुर से छोड़ा जा रहा पानी – 12 TMC क्षमता वाले वाघुर डैम का जल भंडारण 100 फीसदी हो चुका है ! डैम के लेफ्ट कैनाल से खेती के लिए पानी छोड़ा जा रहा है ! इसके अलावा डैम के 4 दरवाजे खोल दिए गए है ! वाघुर और कांग नदियो का जलप्रवाह लगातार जीवित है !