दिल्ली. भारत 75 करोड़ की लागत से डिजिटल प्लैटफॉर्म लांच करने की तैयारियां कर रहा है. इसके माध्यम से भारत वैश्विक घटनाओं पर अपना नजरिया पेश करेगा. प्रसार भारती के चेयरमैन ए. सूर्यप्रकाश की अगुआई वाली एक कमिटी ने इस आइडिया पर चर्चा की थी. प्रसार भारती बोर्ड ने हाल ही में इसे मंजूरी दी है.
इस आइडिया के कॉन्सेप्ट नोट के मुताबिक, यह डिजिटल चैनल अपने ताकतवर कार्यक्रमों और चर्चाओं के जरिए विदेशी मीडिया में भारत के खिलाफ राय को चुनौती देगा. इसके जरिए वैश्विक घटनाओं पर भारत का नजरिया भी पेश किया जाएगा. कमिटी के सदस्यों में प्रसार भारती बोर्ड के मेंबर सुनील अलघ, स्वराज्य मैगजीन के एडिटोरियल डायरेक्टर आर जगन्नाथन, यूनिवर्सिटी ऑफ सैन फ्रैंसिस्को के प्रफेसर वाम्सी जुलुरी शामिल थे.
इस कोशिश का मकसद भारत का नजरिया रखने के लिए एक ग्लोबल न्यूज ब्रांड बनना है. इसके लिए तीन साल की अवधि में हर महीने 1 से 10 करोड़ पेज व्यूज, 10 लाख मोबाइल ऐप डाउनलोड और 10 लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स का लक्ष्य रखा गया है.
सूर्यप्रकाश ने ईटी को बताया कि यह डिजिटल प्लैटफॉर्म वैश्विक राय बनाने वालों, वैश्विक प्रभाव रखने वालों, देश के मीडिया और भारत पर फोकस करने वाले रिसर्चर्स, वैश्विक शिक्षाविदों और ग्लोबल थिंक टैंक के लिए भारत की राय जानने के एक जरिए के तौर पर काम करेगा. उन्होंने कहा कि प्रसार भारती बोर्ड के मेंबर शशि शेखर वेम्पति ने सबसे पहले यह कॉन्सेप्ट पेश किया था.
उल्लेखनीय है कि यूपीए की पिछली सरकार ने एक ग्लोबल न्यूज चैनल शुरू करने पर विचार किया था, लेकिन इस पर कभी काम नहीं हुआ. सूर्य प्रकाश ने कहा, ‘यह किन्हीं कारणों से पहले नहीं हो सका. लेकिन ग्लोबल मीडिया में मौजूदगी के लिए यह सही समय है. ‘प्रसार भारती कमिटी की रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि प्रस्तावित डिजिटल प्लैटफॉर्म को कंपनीज एक्ट 2013 के तहत एक उपयुक्त कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर के जरिए बनाया जाए, जो वित्तीय स्वायत्तता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को सुनिश्चित करे.