इंदौर (तेज समाचार प्रतिनिधि). घने वाणिज्यिक क्षेत्र रानीपुरा में पटाखों की दुकानों में मंगलवार को भीषण आग लग गई. इस अग्निकांड में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि पांच अन्य घायल हो गये. पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्र ने संवाददाताओं को बताया कि रानीपुरा क्षेत्र में आग की शुरुआत पटाखों की एक दुकान से हुई. आग की विकराल लपटों ने पॉलीथीन की थैलियों की दुकान और इससे सटे चार-पांच अन्य कारोबारी प्रतिष्ठानों को देखते ही देखते अपनी चपेट में ले लिया. उन्होंने बताया कि अग्निकांड की सूचना मिलते ही पुलिस ने संबंधित क्षेत्र को खाली कराया और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिये. मिश्र ने बताया कि तेज गर्मी और रानीपुरा क्षेत्र की तंग गलियों के कारण आग पर काबू पाने में खासी मुश्किलें पेश आयीं.
उन्होंने कहा कि पुलिस जांच करेगी कि पटाखों की जिस दुकान से आग की शुरुआत हुई, उसके पास आतिशबाजी के भंडारण की उपयुक्त अनुमति थी या नहीं. शासकीय महाराजा यशवंतराव अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा केंद्र के प्रभारी डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि रानीपुरा क्षेत्र के अग्निकांड के बाद छह लोग 90 से 100 प्रतिशत जली हालत में लाये गये. अस्पताल में जांच के बाद इनमें से एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि शेष पांच की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. भीषण अग्निकांड से प्रभावित स्थल के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने धमाकों की तेज आवाजें सुनीं. धमाकों के बाद संबंधित क्षेत्र में गहरा धुआं भर गया. अग्निकांड में करीब 20 दोपहिया वाहन भी जलकर खाक हो गये.
– नहीं है पटाखा दुकान की अनुमति : पी. नरहरि
इस बीच, जिलाधिकारी पी. नरहरि ने बताया कि आम लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर रानीपुरा क्षेत्र के पारंपरिक पटाखा बाजार को पिछले साल ही बंद करा दिया गया था. अब इस इलाके में किसी भी कारोबारी प्रतिष्ठान को आतिशबाजी के भंडारण की अनुमति नहीं है. हालांकि, उन्होंने बताया कि रानीपुरा क्षेत्र की कुछ दुकानों को केवल नमूने के तौर पर चंद पटाखे रखने की अनुमति दी गयी है. इस क्षेत्र की किसी भी दुकान को पटाखों की बड़ी खेप जमाकर इसकी बिक्री की इजाजत नहीं है. नरहरि ने बताया कि भीषण अग्निकांड की वजह फिलहाल पता नहीं चल सकी है. अगर जांच में इस बात की तसदीक हुई कि पटाखों के अवैध भंडारण के कारण आग लगी, तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जायेगी.