सांची (तेज समाचार प्रतिनिधि). क्या किसी इंसान के अलावा भी कोई वीवीआईपी हो सकता है? तो इसका जवाब है, हां. जी हां, मध्यप्रदेश के सांची में एक ऐसा पीपल का पेड़ है, जिसकी सुरक्षा में 24 घंटे पुलिस बल तैनात रहता है. यहां तक कि इस पेड़ का एक पत्ता टूटने के बाद उसका भी बराबर हिसाब रखा जाता है. यकीन नहीं होता है, लेकिन यह सच है.
मध्य प्रदेश के सांची में हाई-वे के निकट एक पहाड़ी है. वहां पर लोहे के जालीदार घेरावा के बीच इसे सेफ रखा गया है. 15-16 फीट ऊंची घेराबंदी के बीच इस पेड़ की सुरक्षा में हर वक्त गार्ड्स तैनात रहते हैं. अमूमन जब लोग पास से गुजरते हैं, तो यह समझ नहीं पाते कि इस पीपल के पेड़ की इतनी खास सुरक्षा आखिर किसलिए है.
चार साल पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद राजपक्षे भारत दौरे पर आए थे. तब उन्होंने बौद्ध धर्म के केंद्र सांची का भी दौरा किया था. तब 2012 के सितंबर में उन्होंने एक पीपल का पौधा रोपा था. यह अब बड़ा हो रहा है. बौद्ध धर्म में इसे बोधिवृक्ष भी कहा जाता है.
इस पहाड़ी पर तब राजपक्षे ने बौद्ध विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी थी. इसकी याद के बतौर यह पौधा लगाया था. तब उनके साथ सीएम शिवराज भी थे. ऐसे में यह पेड़ वीवीआईपी बन गया और इसकी रक्षा के लिए जवानों की तैनाती कर दी गई. इस पौधे का खास ख्याल रखा जाता है. समय से पानी दिया जाता है. अब तक इसकी सुरक्षा पर लाखों का खर्च किया जा चुका है. कहा जा रहा है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिमाने 14 मई को यहां आ सकते हैं. वे यहां बौद्ध धर्मगुरु अनागरिक धर्मपाल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. ऐसे में इस पेड़ की खास देखरेख की जा रही है.