देहरादून (तेज समाचार प्रतिनिधि) उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की. शनिवार को त्रिवेद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. रावत के साथ ही 7 अन्य मंत्री और दो राज्य मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण. इस समय आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत, केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरुआत में राज्यपाल के.के.पॉल ने सबसे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत को बुलाया. राज्यपाल ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की विधि विधान से शपथ दिलायी. उनके बाद कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों में सबसे पहले सतपाल महाराज को और उनके बाद प्रकाश पंत को राज्यपाल ने शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया.
– इन मंत्रियों ने ग्रहण की शपथ
सतपाल महाराज, विधायक चौबट्टाखाल.
प्रकाश पंत, विधायक पिथौरागढ़.
हरक सिंह रावत, विधायक कोटद्वार.
मदन कौशिक, विधायक हरिद्वार.
यशपाल आर्य, विधायक बाजपुर.
अरविंद पांडे, विधायक गदरपुर.
सुबोध उनिया, विधायक नरेंद्र नगर.
इन सभी के बाद दो विधायकों को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई जिनमें रेखा आर्य (विधायक सोमेश्वर), डॉ. धनसिंह रावत (विधायक श्रीनगर) शामिल है.
– राज्यपाल और मोदी का अभिवादन
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सभी ने राज्यपाल के.के. पॉल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया. पीएम मोदी ने भी सभी से हाथ मिलाकर उन्हें प्रदेश के बागडोर सौंपी और शुभकामनाएं दीं. इस दौरान मोदी-मोदी के नारों से परेड ग्राउंड गूंज उठा. मंच से उतरकर मोदी सभी से मिले और उसके बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
– उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री
त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश के 9वें सीएम बन गए हैं. शुक्रवार को करीब एक घंटे चली बीजेपी विधायक दल की बैठक में त्रिवेंद्र को सर्वसम्मति से नेता चुने गए. बैठक में प्रकाश पंत और सतपाल महाराज ने ही त्रिवेंद्र के नाम का प्रस्ताव रखा ताकि ऐसा न लगे कि दोनों के अंदर कोई नाराजगी है. नेता चुने जाने के बाद त्रिवेंद्र सभी 57 विधायकों के साथ राज्यपाल से मिले और सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया. त्रिवेंद्र के नाम का ऐलान होते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई.