पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि). देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्वीकारार्हता बढ़ रहीं है. इसमें युवा पीढ़ी को अधिक संख्या में प्रोत्साहित करने के लिए गत वर्ष आरएसएस की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस प्रशिक्षण में पूरे देश से 1 लाख 22 हजार से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया था.
पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत के संघचालक नाना जाधव ने बताया कि, आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हाल ही में तमिलनाडू स्थित कोयम्बटूर में संपन्न हुई. विभिन्न क्षेत्र से 1 हजार 400 से अधिक संघ कार्यकर्ता शामिल हुए थे. जाधव ने कहा कि पिछले वर्ष 1 लाख 4 हजार युवाओं ने 7 दिवसीय प्राथमिक शिक्षा वर्ग में सहभाग लिया था. 20 दिवस चले प्रथम व द्वितीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग में क्रमश: 17 हजार 500 और 4 हजार 130 प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया था. तृतीय वर्ष वर्ग से 973 युवा शामिल हुए थे.
– आरएसएस की शाखा में वृद्धि
आरएसएस में आनेवाले युवाओं की संख्या बढ़ने की वजह से शाखाओं में भी वृद्धि हो गई है. 2016-17 में आरएसएस की दैनंदिन शाखाओं की संख्या 57 हजार 233 है. इसी तरह साप्ताहिक शाखाओं में 14 हजार 896 और संघमंडल 8 हजार 226 है. देश के 19 हजार 121 सेवा बस्ती में संघ के स्वयंसेवक द्वारा सेवा कार्य चलाया जाता है.
– पिंपरी चिंचवड़ में 2 हजार से अधिक पंजीकरण
पिंपरी चिंचवड़ में शुरू किये समर्थ भारत उपक्रम को सराहनीय प्रतिसाद मिल रहा है. 19 मार्च तक मनाये गये उपक्रम में 2 हजार से अधिक नागरिकों ने पंजीकरण किया है. इसमें से 543 लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण किया है. पिंपरी-चिंचवड़ में स्वतंत्र रूप से हुए समर्थ भारत सम्मेलन में 1 हजार 567 स्वयं सेवकों ने हिस्सा लिया था. स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के 58 संगठन इस सम्मेलन में शामिल हुए थे. इस समय पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत के कार्यवाह विनायक थोरात, महेशराव करपे आदि उपस्थित थे.