लखनऊ (तेज समाचार प्रतिनिधि) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है. इस फैसले के तहत फैजाबाद-अयोध्या और मथुरा-वृंदावन नगर पालिकाओं को अपग्रेड करके नगर निगम बनाया जाएगा.
सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि अयोध्या-फैजाबाद और मथुरा-वृंदावन नगर पालिकाओं को मिलाकर दोनों नगर निगम बनेंगे. पहले नगर निगम का नाम फैजाबाद-अयोध्या नगर निगम और दूसरे नगर निगम का नाम मथुरा-वृंदावन नगर निगम होगा.
एक सवाल पर उन्होंने बताया कि इन नए नगर निगमों के चुनाव भी अन्य नगर निगमों के साथ ही होंगे. मथुरा और वृंदावन के बीच ज्यादा दूरी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नगर निगम का जो आफिस होगा, उसमें इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि वह ऐसी जगह हो कि जहां दोनों ही नगरों के लोगों को आसानी से सुविधाएं मिल सकें. साथ ही लोगों को आने-जाने में आसानी हो.
– पर्यटकों के लिए सुविधाएं
शर्मा ने बताया कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता धार्मिक नगरों का विकास है. वहां आने जाने वाले श्री राम और श्रीकृष्ण के भक्तों देशी-विदेशी तीर्थयात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें. बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं अच्छी हों. इसीलिए इन दोनों ही जगह नगर निगम बनाने का फैसला किया गया है. वर्तमान में न वहां शौचालय हैं और न हीं साफ सफाई.
– रेल पटरी की दुकानदारों के लिए नीति
कैबिनेट ने पटरी दुकानदारों के फेरी नीति को मंजूरी दी है. सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय फेरी नीति 2014 में बनाई थी. लेकिन पूर्व सरकार ने केंद्र सरकार की नीतियों को लागू ही नहीं किया. योगी सरकार किसानों, युवाओं और पटरी दुकानदारों की बेहतरी के लिए यह फेरी नीति लागू कर रही है. इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा और पटरी दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन होगा. यही कमेटी सारे फैसले लेगी.