बेंगलुरु (तेज समाचार डेस्क). कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा में बहुमत साबित किया. उनके समर्थन में 116 विधायकों ने वोट डाले. विश्वासमत से पहले ही येदियुरप्पा समेत सभी भाजपा विधायक सदन से वॉकआउट कर गए. एक हफ्ते में ऐसा दूसरी बार हुआ, जब भाजपा ने फ्लोर टेस्ट में हिस्सा नहीं लिया. इससे पहले 19 मई को विश्वासमत साबित करने से पहले ही येदि ने इस्तीफा दे दिया था. शुक्रवार को सदन में अपने भाषण के दौरान येदियुरप्पा ने कहा कि ये गठबंधन सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी. उन्होंने कुमारस्वामी को गिरगिट तक कह दिया. कुमारस्वामी ने जवाब में कहा कि वे किसी पर निजी हमला नहीं करेंगे. उन्होंने विश्वास जताया कि गठबंधन सरकार पूरे 5 साल चलेगी.
– पूरे पांच साल चलाएंगे सरकार
कुमारस्वामी ने कहा कि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन पूरे 5 साल तक चलेगा. मुझे मालूम है कि मैं पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं चलाने जा रहा हूं. मुझे इस बात का दुख है कि लोगों ने मुझ पर भरोसा नहीं किया. लेकिन, हम पूरे पांच साल सरकार चलाएंगे और जनता के लिए काम करेंगे. हम यहां पर अपना निजी हित पूरा करने के लिए नहीं आए हैं.
– सत्ता के लिए कभी लालायित नहीं
मैं और मेरे पिता कभी भी सत्ता के लिए लालायित नहीं रहे. हमने अपना ज्यादातर राजनीतिक जीवन विपक्ष में बिताया है. मेरे पिता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा पर एक धब्बा लगा था, जब उन्होंने 2006 में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाया था. लेकिन, अब वो दाग धुल गया है.
– स्पीकर पद से भाजपा ने नाम वापस लिया
फ्लोर टेस्ट के ठीक पहले भाजपा के सुरेश कुमार ने अपना नाम वापस ले लिया. भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा- स्पीकर पद की गरिमा बनाए रखने के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस लिया.
– उपमुख्यमंत्री परमेश्वर का विवादित बयान
विधानसभा शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने जेडीएस के साथ गठबंधन के मुख्यमंत्री को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पूरे पांच साल तक के कार्यकाल के लिए बतौर सीएम एचडी कुमारस्वामी का समर्थन करने पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है.