श्रीनगर (तेज समाचार प्रतिनिधि). कश्मीर में आई बाढ़ और जबरदस्त बारिश में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए भारतीय सेना एक बार फिर भगवान के रूप में उतरी है. कश्मीर का पांजीपोरा इलाका पूरी तरह से डूब गया है. ऐसे में बच्चों, महिलाओं और निवासियों की जान राष्ट्रीय रायफल्स (आरआर) के जवानों ने बचाई और बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला. इतना ही नहीं जवान रिहायशी इलाकों की तरह बह रहे नालों और भर रहे पानी को भी हटा रहे हैं. घाटी से ऐसी तस्वीरें आई हैं कि एक बार फिर सेना के जवानों को सलाम करने के लिए खुद-ब-खुद हाथ उठ रहे हैं. कश्मीर में लगातार तेज बारिश हो रही है और कई इलाकों में पानी भर गया है.
– राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन
यातायात विभाग के अधिकारियों ने बताया, कि पिछले 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश से रामबन सेक्टर के जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई भूस्खलन हुए. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को राजमार्ग पर किसी भी तरह के यातायात को मंजूरी नहीं दी गई है.
– नदियां उफान पर
झेलम और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ने के बाद बाढ़ संबंधी परामर्श जारी कर दक्षिण एवं मध्य कश्मीर में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग जिले के संगम में झेलम का पानी 18 फुट के खतरे के निशान को पार कर चुका है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कि संगम में झेलम नदी के 18 फीट के खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद हमने यह परामर्श जारी किया है. उन्होंने बताया कि हालांकि नदी का जल स्तर अब भी बढ़ रहा है लेकिन पिछले कुछ घंटों में जल स्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार में कमी आयी है.