दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि) उत्तर प्रदेश में तूफानी विजय के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजे योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को दिल्ली सबसे पहले नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएम के साथ योगी की करीब 1 घंटे तब बातचीत चली. इसके बाद योगी अरुण जेटली और राजनाथ सिंह से भी मिले. जेटली के साथ मीटिंग में उन्होंने किसानों की कर्ज माफी पर भी बात की. बाद में वे अमित शाह और फिर प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी से भी मिलने पहुंचे.
– एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सीएम बनने के बाद योगी पहली बार संसद पहुंचे. इस दौरान योगी ने मंत्रियों को मंत्रालय दिए जाने पर चर्चा की. इसके अलावा राज्य की डेवलपमेंट स्कीम्स पर भी बातचीत हुई.
– इसके बाद योगी होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से मिले. दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक मुलाकात हुई. राजनाथ ने नए सीएम को हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया. बता दें कि राजनाथ भी यूपी के सीएम रहे हैं और फिलहाल लखनऊ की लोकसभा सीट से सांसद हैं.
– फिर योगी फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से मिलने पहुंचे. इस मौके पर वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल और संतोष गंगवार भी मौजूद थे. खबर है कि चारों नेताओं के बीच किसानों की कर्ज माफी पर भी बात हुई. बता दें कि बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में छोटे किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था. मोदी ने इलेक्शन कैम्पेन के दौरान कई सभाओं में कहा था कि अगर बीजेपी की सरकार बनी तो पहली ही कैबिनेट मीटिंग में कर्ज माफी का फैसला लिया जाएगा.
– योगी दोपहर करीब 2 बजे अमित शाह से भी मिले. ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर चर्चा हुई. उम्मीद की जा रही है कि इस पर फैसला बुधवार तक लिया जा सकता है.
44 मंत्रियों ने ली थी शपथ
रविवार को योगी की टीम में 22 कैबिनेट मंत्रियों के साथ 9 राज्य मंत्री (इंडिपेंडेंट चार्ज) और 13 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली थी. हालांकि अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हुआ है. इनमें श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, राजेश अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण चौधरी, सुरेश खन्ना, सत्यदेव पचौरी, जयप्रताप सिंह, ओमप्रकाश राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य, जयप्रकाश सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल नंदी, दारा सिंह चौहान, एसपी सिंह बघेल, धरमपाल सिंह, रमापति शास्त्री, बृजेश पाठक, राजेंद्र सिंह, मुकुल बिहारी, आशुतोष टंडन और रीता बहुगुणा शामिल हैं. मंत्रिमंडल में 5 महिलाएं शामिल हैं. एक मुस्लिम मोहसिन रजा को भी शामिल किया है. इसके अलावा मंत्रिमंडल में एक सिख और एक यादव को जगह दी गई है. बता दें कि अखिलेश मंत्रिमंडल में 15 मुस्लिम शामिल थे.