दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि). आगामी 24 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इस कारण सभी राजनीतिक दलों ने देश के अगले राष्ट्रपति के चयन की तैयारियां शुरू कर दी है. इस समय केन्द्र में भाजपा पूर्ण बहुमत में है, वहीं देश के अनेक राज्यों में भी भाजपा की सरकार है. इस कारण चुनाव में भाजपा का पलडा काफी मजबूत है. भाजपा के खेमे में इन दिनों सुषमा स्वराज को लेकर चर्चा जोरों पर है. हालाकि इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद लालकृष्ण आडवाणी की प्रबल संभावना जताई जा रही थी, लेकिन इसी बीच बाबरी मस्जिद मामले के कारण शायद अब उनका राष्ट्रपति बनना काफी मुश्किल लग रहा है. लेकिन सुषमा स्वराज के नाम पर मुहर लगना आसान माना जा रहा है. क्योंकि उन्होंने अपने विदेश मंत्री के कार्यकाल में अच्छा काम कर रही है. इसके अलावा उनके पक्ष और विपक्ष के साथ भी अच्छा तालमेल है. इस कारण उनके नाम पर सहमति बनने की चर्चा जोरो पर है. हांलाकि अभी तक इस विषय में किसी ने किसी प्रकार का स्पष्ट संकेत नहीं दिया है. दूसरी ओर विपक्ष भी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों में जुटा है.
दरम्यान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की. तकरीबन आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में बताया जा रहा है कि दोनों के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर भी चर्चा हुई. हालांकि, इस मुलाकात को जेडीयू ने शिष्टाचार के तहत हुई मुलाकात बताया है. बता दें कि अगले राष्ट्रपति की रेस में कई नेता हैं. लालकृष्ण आडवाणी से लेकर सुषमा स्वराज तक, ऐसे कई नेता हैं जो राष्ट्रपति की रेस में बताए जा रहे हैं.
लालकृष्ण आडवाणी : वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य हैं. देश के अगले राष्ट्रपति बनने की रेस में आडवाणी का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. हालांकि, पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में लालकृष्ण आडवाणी पर भी आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा चलाने का आदेश दिया, जिसके बाद उनकी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी पर कुछ सवालिया निशान खड़े हुए हैं.
सुषमा स्वराज : सुषमा स्वराज की बतौर विदेश मंत्री रहते हुए किए जा रहे कार्यों की काफी प्रशंसा होती रही है. वे कई देशों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने में कई बार सफल रही हैं. बेहतर छवि और उनके बतौर विदेश मंत्री किए जा रहे कार्यों को देखते हुए सुषमा स्वराज भी राष्ट्रपति की रेस में बताईं जा रही हैं.
मुरली मनोहर जोशी : यूपी के कानुपर से सांसद मुरली मनोहर जोशी भी बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. उनका नाम भी बीते कई दिनों से अगले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए चल रहा है. लेकिन मुरली मनोहर जोशी भी उन नेताओं में शामिल हैं, जिन पर सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक साजिश का मामला चलाने के किए कहा है.
वेंकैया नायडू : केंद्र सरकार में मंत्री वेंकैया नायडू के बारे में भी बताया जा रहा है कि वे भी अगले राष्ट्रपति बनने की रेस में शामिल हैं. वे इस समय शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन और संसदीय कार्य मंत्री हैं.
नजमा हेपतुल्ला : साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद डॉ. नजमा हेपतुल्ला को अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री बनाया गया था. वे मुंबई कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुकी हैं और 1980 से कई बार राज्यसभा सदस्य रहीं. इस समय नजमा हेपतुल्ला मणिपुर की राज्यपाल हैं.
विद्यासागर राव : 12, फरवरी 1941 में जन्में विद्यासागर राव इस समय महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गृह राज्य मंत्री भी थे. राव 12 वीं और 13 वीं लोकसभा में करीमनगर से चुनाव जीतकर सांसद भी रह चुके हैं.
द्रौपदी मुर्मू : द्रौपदी मुर्मू इस समय झारखंड की राज्यपाल हैं. वे राज्य की पहली महिला राज्यपाल हैं. द्रौपदी साल 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक और राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं हैं.
कप्तान सिंह सोलंकी : वर्तमान समय में कप्तान सिंह सोलंकी हरियाणा के राज्यपाल हैं. वे इससे पहले बीजेपी की ओर से लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी रहे हैं. ये उन नामों में से एक हैं, जिनको अगला राष्ट्रपति बनाए जाने पर विचार हो रहा है.