नई दिल्ली ( तेज समाचार डेस्क ) –विश्व भर में भारतीय देवी देवताओं का उपहास उड़ाने , उनकी अवहेलना करने का चलन निकला हुआ है .सहनशील हिन्दू समाज की सब कुछ सहलेने की प्रवत्ति का ही परिणाम है की कोई भी कभी भी उठकर देवी देवताओं का अपमान करने सेन हीं चूकता.
हाल ही में पूरे देश में गणेशोत्सव का पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया गया , इसी समय ऑस्ट्रेलिया की एक मीट बेचने वाली कंपनीने एक विवादित विज्ञापन जारी करते हुए न केवल गणेश जी का खुलकर मज़ाक उड़ाया बल्कि विश्व भर में मौजूद करोड़ों भक्तों, श्रधालुओं की भावनाओं को आहात किया है. इस विवादास्पद विज्ञापन में भगवान श्री गणेश को मीट पर चर्चा करते हुए दिखाया गया है . इस विज्ञापन में गणेश के अलावा अन्य धर्मों के यीशु, बुद्ध, थॉर को टेबल के चारों ओर बैठकर मेमने यानी लैंब के मांस पर चर्चा करते हुए दिखाया गया है . विज्ञापन में कहा गया है, ‘टू लैंब–द मीट वी कैन ईट ऑल’ जिसका अर्थ है कि भेड़ के बच्चे का मांस हम सब खा सकते हैं .
बता दें कि यह विवास्पद विज्ञापन मीट एंड लिवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया’ (MLA) नामक कंपनी ने बनाया है. इस विज्ञापन को हाल ही में सोमवार को जारी किया था. विज्ञापन के चर्चित होने के बाद ऑस्ट्रेलिया में हिंदू समुदाए ने इसका जमकर विरोध किया .ऑस्ट्रेलिया की मीट एंड लिवस्टॉक कंपनी ने भक्तों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है .
सोशल मीडिया पर फ़ैल रहे इस विज्ञापन में दिखाया गया है कि यह मीट कंपनी हर धर्म को साथ लाती है. विज्ञापन के दृश्यों में आधुनिक बारबीक्यू में विभिन्न धर्मों के सारे भगवान एकजुट हुए हैं . उनमे बुध्दि के देवता भगवान् गणेश जी को भी बैठे हुए दिखाया गया है. यह सब एकत्रित हुए देवगण लैंब मीट चख रहे हैं. भगवान श्री गणेश को मोदक पंसद है और विज्ञापन में मीट पर चर्चा करते दिखाते हुए हिन्दू धर्म का खुला उपहास उड़ाया गया है.
यह विज्ञापन ऐसे समय जारी किया गया जब पुरे देश में गणेश जी की आराधना हो रही थी . कंपनी ने विज्ञापन बनाते समय यह नहीं सोचा कि इस से कितने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँच सकती है. आस्ट्रेलिया से निकल कर अब भारत में भी इस विज्ञापन की कड़ी निंदा हो रही है. भारतीयों का इस विज्ञापन पर गुस्सा बढ़ता जा रहा है और इसे जल्द से जल्द सोशल साइटस से हटाने की मांग की जा रही है . भारतीयों की शिकायत पर ऑस्ट्रेलिया में इस तरह के ऐड कंटेंट पर नजर रखने वाली एजेंसी ‘ऑस्ट्रेलियन स्टैंडर्ड्स ब्यूरो’ ने इसकी जांच प्रारंभ कर दी है.
इससे पहले भी देवी देवताओं का उपहास उदय जाता रहा है . यूनान के एथेंस शहर में मां दुर्गा के हाथ में शराब की बोतल वाले विज्ञापन प्रदर्शित किये गये . चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन ने भारत माता का अश्लील चित्र बनाया . एक पश्चिमी कंपनी ने शौचालय के कमोड पर गणेश जी के चित्र बनवाये, वहीँ जूतों पर भगवान श्रीकृष्ण के चित्र भी छापे गए .
सोशल मीडिया पर हिन्दू धर्म के अपमान से जुड़े इन मामलों पर सरकार से कार्रवाई करने की मांग की जा रही है . लोगों ने अपना गुस्सा जताते हुए विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज व प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग भी की है.