श्रीनगर (तेज समाचार डेस्क). भारतीय सेना द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर आतंकवादी सबजार अहमद भट को मार गिराने के एक दिन बाद रविवार को कश्मीर में तनावपूर्ण शांति रही. प्रशासन ने कश्मीर घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए. कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया. प्रशासन का कहना है कि कहीं से किसी बड़ी वारदात की खबर नहीं है. सबजार अहमद भट को आधी रात में त्राल में उसके पैतृक गांव में दफना दिया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटे.
घाटी में कहीं से हिंसा की किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि शोपियां समेत कुछ जगहों पर पथराव की कुछ घटनाएं हुई हैं. पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पुलवामा में तहाब गांव में सीआरपीएफ की 182 बटालियन के शिविर पर पत्थर फेंके गए. सुरक्षा बलों ने संयम बरता और पथराव करने वालों को खदेड़ दिया. बीते साल हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जिस पैमाने पर हिंसा भड़की थी, उससे प्रशासन ने सबक सीखा और भट के मारे जाने के बाद घाटी में पहले से ही कड़े एहतियाती कदम उठाए.
प्रशासन का कहना है कि रविवार को श्रीनगर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों नौहट्टा, रेनवाड़ी, खानयार, एम.आर.गंज, सफा कदल, क्रालखड और मैसूमा में कर्फ्यू लगाया गया.
उत्तरी कश्मीर के गांदरबल, बडगाम, बांदीपोरा और कुपवाड़ा में धारा 144 लगाई गई है जबकि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें श्रीनगर की जेल ले जाया गया. मलिक ने शनिवार को त्राल के रुतसाना में सबजार भट के घर का दौरा किया था और उसकी मां से संवेदना जताई थी.
– सबजार को पैतृक गांव में किया दफन
सबजार भट को आधी रात के बाद उसके पैतृक गांव रुतसाना में कड़ी सुरक्षा के बीच दफना दिया गया. इस मौके पर विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में लोग तमाम तरह के प्रतिबंधों और सुरक्षा घेरे को तोड़कर पहुंचे. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मौके पर आतंकवादियों के समर्थन और भारत के खिलाफ नारे लगाए गए.
– 30 को मार्च टू त्राल
अलगाववादियों ने रविवार और सोमवार को बंद का आह्वान किया है और मारे गए हिजबुल कमांडर भट के फातेहे (विशेष प्रार्थना) के लिए 30 मई को ‘मार्च टू त्राल’ का आह्वान किया है. अधिकारियों का ध्यान अब इस मार्च पर है.
शनिवार को सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई. झड़पों में 40 लोग घायल हो गए जिसमें 28 प्रदर्शनकारी और 12 सुरक्षाकर्मी हैं. घायल प्रदर्शनकारियों में से आठ को गोलियां लगी हैं जबकि सात को पेलेट गोलियां लगी हैं और इन्हें श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.