दिल्ली. जब से पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है, तब से भारत में गजब की एकजुटता देखने को मिल रही है. जाधव के मुद्दे पर बॉलीवुड और खेल जगत की हस्तियां अपनी-अपनी राय जाहिर कर रही हैं. अब गीतकार जावेद अख्तर ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है. जावेद अख्तर ने ट्विटर पर लिखा कि ‘यह पाकिस्तान के लिए ठीक नहीं है, अगर पाकिस्तान जाधव को नुकसान पहुंचाता है, तो वह 1965, 1971 और करगिल से भी बड़ी गलती करेगा.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि वे जानते हैं कि उनके लिए क्या अच्छा है.’
– भारत से युद्ध में हर बार मुंह की खाई है पाकिस्तान ने
1947 में हुआ था पहला युद्ध : 15 अगस्त 1947 को भारत-पाक के अलग-अलग होने के कुछ समय बाद ही अक्टूबर में युद्ध शुरू हो गया. 22 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने कश्मीर और जम्मू रियासत के दक्षिण – पूर्व सीमा को पार कर लिया. पाकिस्तान की यह कोशिश कश्मीर को हथियाने का प्रयास थी. पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के साथ स्थानीय कबायली लड़ाके भी थे. कश्मीर के तत्कालीन महाराज हरि सिंह ने भारत से सहायता मांगी. भारत पाकिस्तान सेना में युद्ध हुआ और पाकिस्तान को मुंह की कहानी पड़ी.
1965 की जंग में भी पाक को खदेड़ा था
पाकिस्तनी सेना ने 8 सितंबर 1965 की सुबह खेमकरण सेक्टर में सबसे बड़ा हमला बोला. दुश्मन का पहला मकसद खेमकरण पर कब्जा कर वहां अपना मोर्चा बनाकर व्यास और सतलुज नदी पर बने पुलों को ध्वस्त करना था ताकि अमृतसर का इलाका भारत से कट जाए. लेकिन, बाद में संयुक्त राष्ट्र के दखल के बाद युद्ध विराम हुआ और फिर जनवरी 1966 में ताशकंद समझौता हुआ. भारत ने इस युद्ध को जीता, लेकिन पाकिस्तान आज भी इस जंग को जीतने का दावा करता है.
– 1971 में फिर सिखाया था सबक
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 का युद्ध दोनों देशों के बीच एक सैन्य संघर्ष था. हथियारबंद लड़ाई के दो मोर्चों पर 14 दिन के बाद पाकिस्तान सेना और पूर्वी पाकिस्तान के अलग होने की पूर्वी कमान के समर्पण के साथ खत्म हुआ. इस युद्ध में भारतीय फ़ौज पाकिस्तान में काफी अंदर तक चली गयी थी, लेकिन भारत ने उसे वापस कर दिया.
– कारगिल पर कब्जे की नापाक ‘कोशिश’
1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए करगिल युद्ध को शायद ही कोई भूला हो. पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की. भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापस जाने को मजबूर किया.