जामनेर (नरेंद्र इंगले). 6 अप्रैल को होनेवाले निगम के आम चुनावों के लिये लोकनियुक्त नगराध्यक्ष्य की सीट के लिये प्रबल दावेदारों में भाजपा से मंत्री की पत्नी श्रीमती साधना महाजन और राष्ट्रवादी की ओर से प्रो. श्रीमती अंजली पवार के बीच का प्रचार अभियान प्रति दिन बेहद रोचक बनता जा रहा है. जहां तक दोनों दलो के पैनल्स की बात है, तो वहां दोनों दलों में अधिक ध्यानाकर्षण अध्यक्ष पद की लोकनियुक्त सीट पर किया जा रहा है. वार्ड निहाय पार्टी पैनल की बात करें, तो दोनों दलों में मतदाताओं के मिजाज को भांपने के बाद विचारकों के मुताबिक अध्यक्ष पद और पैनल सदस्य सीट के बीच कुछ खास तालमेल नहीं दिखायी पड़ रहा है.
– चिलचिलाती धूप में प्रचार करना हुआ मुश्किल
4 अप्रैल को आम प्रचार खत्म हो जाएगा. चिलचिलाती धूप के कारण सभी प्रत्याशियो द्वारा सुबह के खुशनुमा माहौल के बाद शाम को धूप उतरने के बाद मतदाताओं से साक्षात्कार का अभियान चलाया जा रहा है. श्रीमती पवार स्वयं पेशे से जुनियर कालेज की अध्यापक होने के साथ ही उत्कृष्ट तर्कवादी वक्ता है और बहुजन समाज की अगुवायी करने की क्षमता रखती है. वहीं भाजपा केडरबेस पार्टी होने के बावजूद पूर्ण रूप से मंत्री गिरीश महाजन के मासबेस छबि पर निर्भर है.
समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन को तुड़वाने में मिली सफलता के बाद उस जिम्मेदारी से मुक्त हुए मंत्री निकाय चुनाव में सक्रिय हो जाएंगे, इस आशा से पार्टी पदाधिकारी होम टू होम प्रचार में जुट गये हैं. इधर गठबंधन के लिये कद्दावर नेता संजय गरुड के साथ पारस ललवाणी, सुरेश धारीवाल सड़क पर उतरे हैं. चुनावों में स्थानीय मुद्दे हावी रहेंगे. श्रीमती पवार के नामांकन से अध्यक्ष पद के लिये होने वाले आम जन सहमति पर चिकित्सकों की नजरें टिकी हैं. सुत्रों के मुताबिक राष्ट्रवादी ने 4 अप्रैल को जनसभा का आयोजन किया है. बहरहाल नगर की राजनीति में कईं मायनों में महत्व रखते इस चुनाव में अध्यक्ष की सीट को लेकर कोई पुख्ता राय व्यक्त कर पाना समिक्षकों के लिए कठिन हो गया है.