भोपाल. समाज में जब कोई अपराध होता है, तो उस अपराधी को पकड़ कर जेल भेज दिया जाता है, लेकिन जब जेल में ही ऐसा कुछ हो, जो सामाजिक न हो, तो क्या किया जाए. ऐसा ही एक वाकया भोपाल जेल से बाहर आया है. यहां की जेल में एक से बढ़ कर एक कारनामे हो रहे हैं. इस बार यहां एक महिला कैदी गर्भवती होने की खबर है. फरवरी में इस जेल में लाई गई एक कॉलगर्ल प्रेग्नेंट हो गई है. कहा जा रहा है कि कोर्ट की अनुमति से उसका अबार्शन भी किया जा चुका है. पर, यह सच्चाई सामने आने के बाद जेल अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं.
यह महिला कैदी पंजाब की रहनेवाली हैं और फरवरी में जेल भेजी गई थी. तब इनका प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया था, तब नेगेटिव था. निशातपुरा पुलिस ने 9 फरवरी को एक घर पर छापा मार कर पांच कॉलगर्ल्स, 11 ग्राहकों और दो दलालों को अरेस्ट किया था. बाद में जिला कोर्ट ने सभी को न्यायिक हिरासत के तहत सेंट्रेल जेल भेजा था. तब सभी महिलाओं की प्रेग्नेंसी टेस्ट कराई गई थी, जिसमें सभी का परिणाम नेगेटिव था.
उक्त महिला जनवरी में भोपाल आई थी और वह अपने पति से लगभग आठ माह से दूर थी. यह सब उसने अपने बयान में कहा था. 15 मार्च को जब उक्त महिला के वकील उससे मिले तो उसने कहा कि वह बीमार है और उल्टियां हो रही हैं. इसके बाद उसका मेडिकल चेकअप किया गया तो वह गर्भवती पाई गई.
महिला का गर्भपात कराया जा चुका है. जेल प्रबंधन का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद उसका अबार्शन कराया गया है. इस संबंध में उसका कहना है कि महिला का रुटीन चेकअप किया गया तो उसके प्रेग्नेंट होने की बात सामने आई थी. कुल मिलाकर भोपाल सेंट्रेल जेल की व्यवस्था पर एक बार फिर अंगुली उठी है. साख पर दाग लगा है. इससे पहले भी अबू सलेम की प्रेमिका मोनिका बेदी के एमएमएस और सिमी के आठ कैदियों के भागने की वजह से यह जेल चर्चा में रह चुकी है.