पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि). ‘डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी’ के माध्यम से अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय से सर्वोत्कृष्ट विद्यार्थियों की जमात निर्माण करेंगे. जो विश्व में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. यह जानकारी माईर्स एमआईटी शिक्षासंस्था समूह के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी.
मौका था डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के शुभारंभ का. यह विश्वविद्यालय नए शिक्षा सत्र 2017-2018 से शुरू होगा. इस विश्वविद्यालय का प्रथम बैच अगस्त 2017 शुरू होगा. इस अवसर पर अनेक वरिष्ठगण उपस्थित थे.
अपने संबोधन में डॉ. विश्वनाथ कराड ने आगे कहा, विश्व में ब्रिटिश और यूरोपियन मॉडल है, उसी तरह अब एक बेहतरीन भारतीय मॉडल ‘डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी’ के जरिए विश्व के सामने रखेंगे. भारत के शिक्षा क्षेत्र में नए द्वार खुले है. इस क्षेत्र को नई दिशा देने एवं विश्वशांति के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया जाएगा. इस यूनिवर्सिटी में विद्यार्थीयों के चरित्र निर्माण करने पर जोर दिया जाएगा.
माईर्स एमआईटी शिक्षा संस्था समूह के उपाध्यक्ष प्रा. राहुल विश्वनाथ कराड ने कहा, ‘डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी’का दर्जा हासिल करने के बाद जो स्वतंत्रता मिली है, उसका इस्तेमाल शिक्षा क्षेत्र में करते हुए हम आमूलाग्र परिवर्तन लाएंगे. जिससे छात्रों के जीवन को नई दिशा मिलेगी. भगवान गौतम बुद्ध और स्टीव जॉब का समन्वय करते हुए जिस तरीके से फोटो का निर्माण किया है, उसी तरह की नई पीढ़ी निर्माण करने में यह यूनिवर्सिटी वचनबद्ध है.
नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति और विश्वविख्यात कम्प्यूटर विशेषज्ञ डॉ. विजय भटकर ने कहा, विज्ञान और आध्यात्म के समन्वय पर आधारित यहां ज्ञान मिलेगा. यह यूनिवर्सिटी विश्व में अपनी अलग पहचान निर्माण करेंगे. यहां के छात्र विश्वशांति निर्माण करने में राजदूत की अहम भूमिका अदा करेंगे.
एमआईटी एडभटी विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष प्रा. डॉ. मंगेश कराड ने कहा, पूर्व दिशा के एमआईटी ने पश्चिम के एमआईटी से ज्याद शिक्षा क्षेत्र में नए कदम उठाए है. विश्व के मानव को शांति देने का कार्य यहां से चलेगा. अगले दौर में जिस विश्वविद्यालय की स्थापना करना है, उन्हें ‘पीस’ शब्द का इस्तेमाल करने के पूर्व कफी सोचना पडेगा.
प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक डॉ.जब्बार पटेल ने कहा, यहां उच्च दर्जा के मानव निर्माण करने का कार्य तेजी से होगा. डॉ. विश्वनाथ कराड ने शुरुआत से वंचितों को शिक्षा देने का कार्य है, आज इसी भूमिका को वे यूनिवर्सिटी के माध्यम से पूर्ण करेंगे.
यह विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर कार्य करेगा. शिक्षा की दृष्टि से पुणे शहर का स्वतंत्र चेहरा, शिक्षा, संस्कृति है. यहां मानव निर्माण करने का कार्य होता है. डॉ. विश्वनाथ कराड दा.कराड की तपश्चर्या के फल का परिवर्तन विश्वविद्यालय में हुआ है. यहां से विश्व को शांति देने का कार्य होगा. डॉ. कराड के अनुभव से विवि सर्वोत्कृष्ठ मानव चरित्र निर्माण करने में मदद करेगा. ये विचार प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. गोविंद स्वरूप, प्रा. एस.एस. दराडे-पाटिल, प्रा. प्रकाश जोशी, प्रा. हरी नरके, डॉ. एडिसन सामराज, पं. वंसतराव गाडगिल, डॉ. एस.एन. पठाण, डॉ. रतनलाल सोनग्रा और डॉ.बंडर्स ने रखे.
शिक्षा वर्ष २०१७-१८ से शुभारंभ
औद्योगिक , तकनीक और वैश्विक मूल्य के संगमवाले पाठ्यक्रम चलानेवाले दुनिया के शिक्षा इतिहास में पहली ‘डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी’ में शिक्षा वर्ष २०१७-१८ से शुभारंभ होने जा रहा है. इंजीनियरिंग, प्रबंधन और राजनीतिक नेतृत्व निर्माण करनेवाले देश के पहले एमपीजी पाठ्यक्रम यहां चलाये जाएंगे. साथ ही इंजीनियरिंग, प्रबंधन और सोशल सायन्स जैसे विषयों में पीएचडी के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा.
छात्रों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए विश्व के पहले ‘डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी’ माईर्स एमआईटी शिक्षा संस्था समूह तहत अग्रणी विश्वविद्यालय है. इस शिक्षा समूह से अब तक एक लाख डिग्रीधारक छात्र सारी दुनिया में फैले हैं. यह विश्वविद्यालय अलग शिक्षा पद्धति को अपनाते हुए लगातार अत्याधुनिक शिक्षा को अपनायेगी.
यहां रिसर्च कोलैबोरेशन (रिसर्च सहयोग), इंडस्ट्रियल कोलैबोरेशन फॉर इंटर्नशिप (उम्मीदवारों के लिए औद्योगिक क्षेत्र का सहयोग), एकैदमिक क्रेडिट सिस्टीम(एसीएस) (मूल्यांकन का आधुनिक तरिका), हाइ स्टैंन्डर्ड फैकल्टी (उच्च शिक्षित प्राध्यापक वर्ग), इंटरनेशनल ट्रान्सफर प्रोग्राम (आईटीपी) (अंतर्राष्ट्रीय आदान-प्रदान), पीस फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट (सार्वत्रीक विकास के लिए वैश्विक शांतता), स्पोर्टस कल्चर फॉर पीस (विश्वशांति के लिए खेलवृत्ति), सोशल मिशन्स (सामाजिक परियोजना), एल्यूमनी इन्वॉलमेंट (संस्था में पूर्व छात्रों का निवेश), लाईफ एट एमआईटी-बिऑन्ड क्लासरूम (कक्षा के बाहर जीवन पद्धति), करियर सर्विसेस (रोजगार के लिए मार्गदर्शन), स्कॉलरशिप फॉर मेरिटोरियस स्टूडंट्स (मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति), फॉस्टरिंग आंत्रप्रेनियरशिप (औद्योगिक विकास), डिजिटल लर्निंग टेक्नॉलॉजी (डिजिटल तंकनीक और रेसिडेन्शियल प्रोग्राम्स (निवासी पाठ्यक्रम) चलाए जाएंगे.
जारी शिक्षा वर्ष से इंजीनियरिंग शाखा के मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल और सिविल इंजिनियरिंग पाठ्यक्रम में दाखिला दिया जाएगा. साथ ही एक साल के लिए इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग मुहैया कराया जाएगा. प्रबंधन शाखा के बीबीए (आईबी) के लिए मार्केटिंग, फॉइनान्स, एचआर जैसे पाठ्यक्रम होगे. डयूएल स्पेशलायझेशन में स्पोर्टस, सीएसआर, ट्रैवल एंड टूरिज्म, इवेन्ट मैनेजमेंट, आंत्रप्रेनियरशिप होगा. एमबीए के लिए सीएसआर, स्पोर्टस मैनेजमेंट, बी.एससी.और एम.एससी. इकॉनॉमिक्स, राजनीतिक नेतृत्व तैयार करनेवाले देश का पहला अलग पाठ्यक्रम मास्टर्स प्रोग्राम इन गवर्नमेंट तथा एमपीजी राजनीतिक नेतृत्व निर्माण करनेवाले देश का पहला अलग पाठ्यक्रम मास्टर्स प्रोग्राम इन गवर्नमेंट एमपीजी प्रसिद्ध है. साथ ही इंजीनियरिंग, प्रबंधन और सोशल सायन्सेस में पीएचडी कर सकते है. इस विश्वविद्यालय में वैश्विक कंपनिया, विश्वविद्यालय, संशोधन संस्था के सहयोग से शिक्षा और संशोधनकार्य करते हुए वैश्विक दर्जा के छात्र निर्माण करने का लक्ष्य रखते हुए कार्य करेगा.