दिल्ली. चीन के एनालिस्टों का मानना है कि भारत के नेशनल सिक्यूरिटी एडवाइजर अजित डोभाल भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को हल कर सकते है. बता दें कि डोभाल BRICS देशों के NSA की मीटिंग में शामिल होने 27-28 जुलाई को बीजिंग जाएंगे. इस विजिट के दौरान शायद इस विवाद का कोई निकल सकता है. माना जा रहा है कि BRICS में नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. ज्ञात हो कि सिक्किम सेक्टर में ट्राइजंक्शन डोकलाम को लेकर दोनों देशों के बीच एक महीने से ज्यादा वक्त से तनाव जारी है. चीन कई बार भारत की सेनाओं को पीछे हटने की धमकी दे चुका है.
चाइना रिफॉर्म फोरम थिंकटैंक के रिसर्च फेलो मा जिआली ने कहा, डोवाल की विजिट इंडिया-चीन बॉर्डर विवाद को खत्म करने का अहम जरिया हो सकती है और इसे तनाव कम करने के मौके के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. बता दें कि डोभाल और यांग दोनों इंडिया-चाइना सीमा वार्ता के स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव हैं. चीन ऑफिशियल्स के मुताबिक डोभाल और यांग सिक्किम में तनाव कम कनरे के लिए अनौपचारिक बातचीत कर सकते हैं.
मा जिआली ने कहा, कि चीन डोभाल की विजिट के दौरान भारत के सामने सिक्किम विवाद पर अहम बयान दे सकता है. उम्मीद है कि इससे तनाव को कम करने के रास्ते ढूंढे जाए. भारत भी अपनी सेनाएं वापस बुलाने के एवज में चीन से कुछ रिक्वेस्ट कर सकता है. लेकिन, इस बातचीत से भी अगर इस विवाद का कोई हल नहीं निकलता है तो दोनों देशों के बीच रिश्तों पर खराब असर पड़ेगा.