अमलनेर. अमलनेर विधानसभा क्षेत्र में पानी की समस्या दूर करने के लिये विधायक शिरीष चौधरी के जोरो पर प्रयास शुरू है. इस के अनुसार निवार्चन क्षेत्र के तापी, बोरी, पांझरा, मालण एवं चिखली नदी पर नदीजोड प्रकल्प चलाने के लिये योजना हिरा उद्योग समुह के चेअरमैन डा.रविंद्र चौधरी की संकल्पना से तैयार कर मुख्यमंत्री एवं प्रधान सचिव को ज्ञापन दिया गया है. उन्होने सकारात्मक प्रतिसाद देकर आगामी कारवाई के लिये संबंधित विभाग को सिफारीश की है. महाराष्ट्र शासन के जलसंपदा विभाग ने २3 अगस्त को जलगांव जिला नदीजोड प्रकल्प की नीति के बारे में एवं जिला वार्षिक योजना में समावेश करने के बारे में शासन निर्णय निकाला है. अमलनेर परिसर में सतत अवर्षण प्रवण रहने के कारण कईं गावों को सतत पानी किल्लत निर्माण होती है. इसी लिये इसी शासन निर्णय का आधार हिरा उद्योग समुह के चेअमरैन डा. रविंद्र चौधरी ने लेकर अमलनेर विधानसभा क्षेत्र में विविध नदियां होने के कारण वह हायड्रोलिक रैम्प पंप द्वारा उननदी, बांध एवं नहरों से जोडऩे की कल्पना प्रस्तुत की थी. एवं इसके अनुसार षज्ञों द्वारा प्रत्यक्ष नदियों का अवलोकन एवं तकनीकि जानकारी लेकर योजना का ढांचा तैयार किया. एवं विधायक शिरीष चौधरी ने इस योजना के अनुसार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं राज्य के प्रधान सचिव को लिखित ज्ञापन सौंपकर यह प्रकल्प चलाना कितना महत्वपूर्ण है इस बात से अवगत कराया. इसके लिये जलसंपदा मंत्री गिरीष महाजन ने भी सकारात्मक सिफारीश की. जिसके कारण मुख्यमंत्री नें त्वरीत आगामी कारवाई करने की सूचना संबंधित विभाग को दी है. योजना अंतर्गत कार्य प्रारंभ होने के शुभ संके त माने जा रहे है.
यह है प्रकल्प अनुसार मांगे
तापी नदी- प्रमुख नदी होने वाली तापी नदी पर पाडलसे में बांध अधूरी अवस्था में होने के कारण बरसात तथा अन्य स्त्रोतों से आने वाला ९५ प्रतिशत पानी बर्बाद होता है. जिसके कारण यह बर्बाद होने वाला पानी हायड्रोलिक रैम्प पंप का प्रयोग कर कडणी, चिखली, बोरी, मालीण, पांझरा इन उपनदियों एवं छोटी-बडी नहरों को जोड़े.
मालीन नदी : मालीन नदी से सटकर रनाई एवं परिसर के २५ अकालग्रस्त गांव है. इस नदी पर निसर्डी, लोटाबालगी, गोयर ऐसे छोटे बांध एवं सिमेंट बांध है इस जगह पर मालीन नदी का पानी हायड्रोलीक रैम्प पंप प्रयोग कर यां अन्य यंत्र प्रणाली का प्रयोग कर छुडाये.
पांझरा नदी- पांझरा नदी के पास मांडल एवं परिसर के 3० गावों में हमेशा के लिये पानी का प्रबंध होने हेतू नदीजोड प्रकल्प चलाये. तथा नदी के संपर्क में आने वाले १५ से २० सिमेंट बांध में पानी छोडे.
बोरी नदी- बोदी नदी के पास अमलनेर एवं पारोला तहसील में भोकरबारी, खलेश्वर, धार पाझर तालाब, जामदे पाझर तालाब, टोकर तालाब, व इंधवा वनक्षेत्र तालाब है. इस तालाब एवं बांध में नदीजोड प्रकल्प चलाकर बोरी नदी का पानी छोड़े. तथा बोरी की चिखली यह उपनदी है. गिरणा बांध अंतर्गत दहीगांव बांध का पानी यह नाले द्वारा चिखली नदी के पास बहता है यह पानी चिखली नदी को जोडऩे पर निर्वाचन क्षेत्र का 3० प्रतिशत हिस्सा पानी के नीचे आयेगा. इस तरह की मांगे विधायक शिरीष चौधरी ने कर इसके लिये निधी का प्रबंध करने की मांग की है. यह प्रकल्प सफल होने पर संपुर्ण निर्वाचन क्षेत्र से पानी किल्लत दूर होकर विधायक चौधरी एवं डा.रविंद्र चौधरी यह अमलनेर निर्वाचन क्षेत्र के लिये सही मायने में जलदुत साबित होंगे.