ग्वालियर (तेज समाचार डेस्क). 500 के एक नोट के नीचे उसी के आकार की कतरन लगाकर बनाई गई गड्डी दिखा कर दो युवकों ने एक महिला से डेढ़ लाख रुपए कीमत के जेवर उतरवा लिए. ठगी का शिकार ग्वालियर के गोला का मंदिर के हनुमान नगर में रहने वाले हवलदार हरेंद्र गुर्जर की पत्नी सुनीता के साथ हुई. सीआईएसएफ में हवलदार हरेंद्र रामागुंडम में पदस्थ हैं. सुनीता उन्हें ट्रेन में बैठाकर घर जा रही थीं. तभी उनके साथ वारदात हुई. वारदात पांच दिन पुरानी है लेकिन पड़ाव पुलिस में उन्होंने बुधवार को एफआईआर दर्ज कराई है.
एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस वहां गई जहां ठग, महिला को साथ लेकर गए थे. उसने डीडी मॉल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी देखे, जिनमें ठग नजर आ रहे हैं. सुनीता के भाई बिजौली क्षेत्र के ग्राम पारसेन में रहते हैं. वारदात के बाद वह उन्हें अपने साथ ले गए. उनके बेटे विकास को भी साथ ले गए.
– ऐसे हुई लूट
हवलदार की पत्नी सुनीता गुर्जर ने बताया कि मेरे पति की पोस्टिंग रामागुंडम में है. 19 मई को मैं उन्हें स्टेशन पर एपी एसी एक्सप्रेस में बैठाने के बाद दोपहर 12 बजे करीब टेंपो से बारादरी के लिए सवार हुई. वहां भतीजा रहता है. टेंपो से उतरते ही एक युवक मिला. उसने मुरैना जाने का पता पूछा. मैंने उसे गोला का मंदिर जाकर बस पकड़ने को कहा. तभी एक और युवक आ गया. वह पहले वाले युवक की तरफ इशारा करके बोला- वह बहुत गरीब हैं उसकी मदद कर दें. उसने अपनी जेब से 20 रुपए निकालकर उसे दे दिए. मुझे भी लगा कि मदद करनी चाहिए इसलिए मैंने भी 10 रुपए दे दिए. इसके बाद युवक बोला कि इसे गोला का मंदिर तक ले जाकर बस में बैठा आते हैं. मैं भी उनके साथ चल दी. गोला का मंदिर पर युवक ने पानी की दो बोतल खरीदीं. एक मुझे दी और दूसरी से उन दोनों ने पानी पीया. इसके बाद वे मुझे स्टेशन पर मॉल तक ले आए. यहां युवक बोला कि मुझे मुरैना नहीं, लखनऊ जाना है. इसके बाद वे रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां आरपीएफ पोस्ट के सामने मुझे एक नोटों की गड्डी दी. बोले कि आंटी जी यह 2 लाख रुपए हैं, यह ले लो और जेवरात दे दो. गड्डी के ऊपर 500 का नोट लगा था. उस समय मेरी आंखों के सामने अचानक अंधेरा सा छाया. मैंने दोनों मंगलसूत्र, सोने की चेन, कान के झाले और 6 हजार रुपए भी दे दिए. इसके बाद पांच मिनट में दोनों गायब हो गए. बाद में मैंने नोटों की गड्डी देखी तो उसमें 500 के एक नोट के नीचे कतरन रखी थी. इसके बाद भतीजे को फोन लगाया. मैं तो मदद करने के नाम पर फंस गई. मुझे बोला था बेटा समझकर मदद कर दो. मुझे नहीं पता था मुझे ही ठग लेगा.
– 2 महीने में चौथी वारदात
पिछले 2 महीने में शहर में घटनेवाली इस तरह की यह चौथी घटना है. उपनगर ग्वालियर में एक वृद्धा को ठगों ने निशाना बनाया था. इस घटना में दो ठगों के सीसीटीवी फुटेज आए थे लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है.