नंदूरबार(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ): पेट्रोल-डीजल के दाम प्रतिदिन बढ़ने से वाहन धारकों में काफी नाराजगी दिखाई दे रही है, किन्तु महाराष्ट्र- गुजरात राज्य के सीमावर्ती इलाके में काफी अंतर ना होने की स्थिति है। महाराष्ट्र के नागरिक पेट्रोल भरने के लिए तीन किलोमीटर दूर गुजरात राज्य में जाते हैं एवं लीटर के पीछे साढ़े आठ रुपए का फायदा भी नंदूरबार जिले के नागरिकों को हो रहा है।
महाराष्ट्र एवं गुजरात पड़ोसी राज्य है। दोनों राज्यों के पेट्रोल एवं डीजल के दामों में कुछ रुपए का फर्क होने से पड़ोसी राज्य का पेट्रोल पंप ज्यादा चल रहा है। तापी एवं नंदूरबार जिले के पेट्रोल पंप के पेट्रोल दाम में 8.47 रुपए तथा डीजेल के दाम में 1.61 रुपए का अंतर बुधवार को था। वाहन चालक महाराष्ट्र में पेट्रोल एवं डीजल ना भरते हुए तापी जिले के उच्छल शहर के पेट्रोलपंप पर भीड़ करते हैं। इसके कारण महाराष्ट्र सीमावर्ती इलाके के पंप चालकों को इसका बड़ा नुकसान सहना पड़ रहा है।
तापी जिले के उच्छाल पेट्रोलपंप पर वाहनों की कतारें लगी होने का चित्र देखने को मिल रहा है। पेट्रोल एवं डीजल के दामों में वृद्धि कुछ पैमाने पर शुरू है। गुजरात राज्य ने पेट्रोल के दाम पर कर कम करने से पेट्रोल की कीमत महाराष्ट्र की तुलना में 8.47 रुपए से कम है। इसके कारण तापी जिले के सीमावर्ती इलाके के पेट्रोलपंप चालकों ने महाराष्ट्र की तुलना में सस्ते दाम में पेट्रोल मिलेगा इस तरह से बैनरबाजी, विज्ञापन किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे महंगा पेट्रोल मिलता है। इसके लिए राज्य द्वारा लगाए गए विविध कर एकमात्र जिम्मेदार है। इसके अलावा राज्य की ओर से पेट्रोल पर 9 प्रतिशत अलग सेस आकारा जाता है। इन 9 प्रतिशत में तीन रुपए अकाल कर, तीन रुपए महामार्ग पर शराबबंदी के बाद कम हुआ उत्पादन भरकर निकालने के लिए लगाया कर, एक रुपया शिक्षा,एक रुपया स्वच्छ भारत एवं एक रुपया कृषि कल्याण सेस लिए जाने से पेट्रोल के दाम बढ़े हैं। इस प्रकार की प्रतिक्रिया पेट्रोल पंप के मालिकों ने दी। जान पर खेलकर करते हैं पेट्रोल बिक्री व यातायात नंदूरबार जिले के नंदूरबार, नवापुर, तलोदा, अक्कलकुवां धडगांव तहसील के ग्रामीण इलाके के छिटपुट पेट्रोल बिक्री करने वाले जान पर खेलकर ज्वलनशील पेट्रोल एवं डीजल की बिक्री उच्छल पेट्रोल पंप पर वाहन धारक सहित ड्रम वालों की कतारें दिखाई देती है। कुछ तो धोखादायक तरीके से मोटरसाइकिल पर दोनों ओर ड्रम रखकर पेट्राल एवं डीजल की यातायात करते हैं। इसमें एक प्लास्टिक का 30 लीटर ड्रम मोटरसाइकिल का साइलेंसर पर रखा जाता है। वर्तमान में गर्मी के दिन हैं। नंदूरबार जिले का साधारण तापमान 46 सेल्सियस तक जाता है।
गर्मी के कारण दुर्घटना होने पर बड़ा विस्फोट हो सकता है। महामार्ग पर केमिकल टैंकर, गैस टैंकर, ज्वलनशील पदार्थ की यातायात होती है एक ही गलती के कारण हजारों लोगों की जान जा सकती है। इस बारे में दोनों राज्य के पेट्रोल पंप मालिक ने बड़े पैमाने पर खुले पेट्रोल पंप की बिक्री ना करने तथा पेट्रोल पंप के अधिकारियों ने भी ध्यान देना चाहिए। दोनों राज्य के ईंधन के दाम गुजरात राज्य में पेट्रोल 77.13 रुपए लीटर से बिक्री होती है एवं महाराष्ट्र राज्य में 85.60 रुपए लीटर, जिससे महाराष्ट्र राज्य के नागरिकों का 8.74 रुपए का लाभ होता है। इसके उलटा डीजल की स्थिति है। गुजरात में डीजल 73.87 रुपए लीटर मिलता है। महाराष्ट्र में डीजल 72.26 रुपए लीटर मिलता है। महाराष्ट्र में 1.61 रुपए सस्ता है। मनी पेट्रोल पंप मालामाल, अधिकृत पेट्रोल पंप कंगाल महाराष्ट्र गुजरात राज्य के सीमावर्ती इलाके में पेट्रोल एवं डीजल की। अंतरराज्य गैरतरीके से बिक्री की जा रही है।
ग्रामीण इलाके के किराणा दुकान, पानटपरी, चौराहे-चौराहे में रोजाना मनी पेट्रोल पंप की संख्या बढ़ रही है। अधिकृत लाइसेंस धारक पेट्रोल पंप से ज्यादा मनी पेट्रोल वाले बिना भांडवल के बिना लाइसेंस के ज्यादा दाम से रोजाना इंधन की बिक्री कर रहे हैं। दिन में तीन से चार हजार रुपए का फायदा हो रहा है। गुजराज राज्य से पेट्रोल 77.13 रुपए लीटर से खरीदकर महाराष्ट्र में 90 या 100 रुपए से बेचा जा रहा है। महाराष्ट्र से ज्यादा 8.48 रुपए सस्ता एवं लीटर के पीछे 26 रुपए ज्यादा दाम से ग्रामीण इलाके में बिक्री के कारण महाराष्ट्र राज्य के पेट्रोल पंप मालिक की रोजाना दो हजार लीटर पेट्रोल की बिक्री कम हुई है। बड़ा नुकसान हो रहा है।
गुजरात राज्य के पेट्रोल पंप मालिक मालामाल हो रहे हैं तथा महाराष्ट्र के पेट्रोल पंप मालिक कंगाल ऐसी स्थिति निर्माण हुई है। इस ओर संबंधित कंपनियों के अधिकारियों ने ध्यान देने की जरूरत है।