दिल्ली. पिछले दो सप्ताह से चला आ रहा शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ और एयर इंडिया का विवाद अब थम गया है. नागरिक उड्डयन मंत्री के सिफारिशी पत्र के बाद एयर इंडिया ने गायकवाड़ पर लगाया गया बैन हटा दिया है. इससे अब गायकवाड़ की मुश्किलें कम हो गई हैं. गायकवाड़ ने नागरिक उड्डयन मंत्री गजपति राजू को चिट्ठी लिखकर घटना पर खेद जताया था. बुधवार को भी जयंत सिन्हा, सेक्रेटरी और एयर इंडिया के सीएमडी की करीब 2 घंटे तक मुलाकात हुई थी. गायकवाड़ 24 मार्च से 7 एयरलाइंस में बैन थे.
-बिना शर्त माफी मांगने को कहा था
इससे पहले ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन ने कहा है कि गायकवाड़ सुरक्षा के नजरिये से ठीक नहीं है, अभी भी उनसे खतरा है. सरकार को उनके बारे में अभी और विचार करना चाहिए. ऑल इंडिया केबिन क्रू ने गायकवाड़ से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की थी, उन्होंने कहा कि जब तक वह बिना शर्त माफी नहीं मांगते हैं, उन्हें हवाई सफर की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए. गायकवाड़ को लिखित रूप से सभी नियमों का पालन करने का वादा करना होगा. वहीं एअर इंडिया ने फिर से रवींद्र गायकवाड़ की 17 अप्रैल और 24 अप्रैल का हवाई टिकट कैंसिल कर दिया था.
-मैंने टिकट बुक नहीं करवाया
रविंद्र गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने कोई टिकट बुक नहीं करवाया है. उन्होंने कहा कि मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, मुझे पता चला है कि गायकवाड़ नाम देखते ही टिकट कैंसिल हो रही है. बल्कि मैंने संसद में कहा था कि मेरा आधार कार्ड देखने के बाद ही टिकट बुक किया जाये. गुरुवार को रविंद्र गायकवाड़ संसद पहुंचे थे, वहां उन्होंने कहा कि मेरे साथ इस मुद्दे पर अन्याय हो रहा है. यह एक जनप्रतिनिधि के साथ अन्याय हुआ है. गायकवाड़ ने कहा कि बिना जांच पड़ताल के साथ मेरे साथ मीडिया ट्रायल हुआ. रविंद्र गायकवाड़ ने कहा कि सत्य की विजय तो संसद में ही नहीं सब जगह होनी चाहिए. मेरे लिए तो आप (स्पीकर) मां जैसी हैं. मैंने क्या बुरा किया है? मेरा क्या अपराध है? जो मेरा मीडिया ट्रायल हो रहा है? सदन में उपस्थित रहने के लिए 24 मार्च को आ रहा था. मैंने सीट के लिए झगड़ा किया, मार पीट भी किया था. ये कहना गलत है. इकोनॉमी क्लास रहने के बाद भी मैं दिल्ली पहुंचा. शांति से क्रू को पूछा की शिकायत ले लो, लिखकर देने को तैयार था. पर उन्होंने मेरे से विवाद खड़ा किया.
सांसद का आरोप है कि कर्मचारी ने मुझसे कहा कि मैं एअर इंडिया का बाप हूं. सांसद ने कहा कि मेरे संवैधानिक अधिकार की संसद रक्षा करे. गायकवाड़ ने कहा कि दिल्ली पुलिस इस मुद्दे पर अटेम्प्ट टू मर्डर का केस कैसे चला सकती है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने विवाद के बाद मेरे नाम से 7 टिकट निकाले गये. उन्होंने कहा कि जब मैं गया ही नहीं तो मरे नाम से टिकट कैसे निकाले गये.
लोकसभा में सांसद के बयान के बाद शिवसेना सांसदों ने लोकसभा में हंगामा कर दिया. शिवसेना सांसदों ने उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू के साथ धक्का-मुक्की करने की कोशिश भी की. इस दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी समेत कई सांसदों ने बीच में आकर बचाव किया.