पुणे (तेज समाचार डेस्क). बीते कई दिनों से रही राष्ट्रवादी कांग्रेस के पुणे शहराध्यक्ष पद की उत्सुकता मंगलवार को समाप्त हो गई. इस पद की रेस में दिग्गजों को पछाड़ते हुए पुणे मनपा के विपक्षी दल के नेता चेतन तुपे ने बाजी मार ली है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने आज 14 जिला और शहराध्यक्षों के नियुक्ति की घोषणा की. इसमें पुणे शहर अध्यक्ष पद पर चेतन तुपे की नियुक्ति की गई. बहरहाल उनके शहराध्यक्ष नियुक्त होने के बाद अब मनपा में विपक्षी नेता की कमान राष्ट्रवादी के किस नेता को सौंपी जाएगी? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है.
बीते साल मनपा चुनाव में पार्टी के हार की जिम्मेदारी स्वीकार कर शहराध्यक्षा व सांसद वंदना चव्हाण ने अपने पद से इस्तीफा दिया था. तब से ही नए शहराध्यक्ष को लेकर राष्ट्रवादी में होड़ मची रही. हालांकि पार्टी हाईकमान ने चव्हाण को अध्यक्ष पद पर कायम रखने का फैसला किया. इसके बाद पुनः शहराध्यक्ष पद की चर्चा तब शुरू हुई जब वंदना चव्हाण को पुनः राज्यसभा का सांसद चुना गया. इसी बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने हल्लाबोल आंदोलन के दौरान पुणे के शहराध्यक्ष पद पर नए चेहरे को मौका देने की घोषणा की.
इन तमाम गतिविधियों के बीच पुणे में ही राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद पर वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल की नियुक्ति की गई. इसी दौरान पुणे शहराध्यक्ष की घोषणा होने की उम्मीद थी. तब पार्टी के स्थापना दिवस पर आनेवाले 15 दिनों में इसकी घोषणा करने की जानकारी दी गई. तब से नए शहराध्यक्ष पद पर कौन विराजमान होगा? इसकी उत्सुकता लगातार बढ़ती चली गई. आखिरकार आज प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने चेतन तुपे को पुणे का नया शहराध्यक्ष घोषित किया.
चेतन तुपे के पिता विट्ठल तुपे पुणे शहर के सांसद रह चुके हैं. चेतन तुपे मनपा में तीसरी बार नगरसेवक चुने गए हैं. शहर सुधार समिति के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली है. 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने हड़पसर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, हांलाकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. फिलहाल मनपा में विपक्षी दल के नेता की जिम्मेदारी भी उनके पास है. उनके शहराध्यक्ष नियुक्त होने के बाद विपक्षी नेता किसे बनाया जायेगा? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है.