पुणे. स्वाइन फ्लू के बाद डेंगू ने शहर में अपना फन फैलाना शुरू कर दिया है. जुलाई से शुरू हुआ इसका कहर अगस्त में भी थमने का नाम नहीं ले रहा. बल्कि उसकी मार और तेज हो चली है. जिससे स्वाइन से परेशान लोग अब डेंगू से त्रस्त हो चले हैं. अगस्त माह के पहले 11 दिनों में ही 224 लोगों को डेंगू ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है. जबकि जुलाई में यह आंकड़ा 228 था. जबकि जनवरी से मई तक पांच महीने में इसके केवल 20 मरीज ही शहर में मिले थे. जिस तेजी से यह बीमारी पुणेकरों को घेर रही है, उससे पुणेकर घबरा गए हैं.
– पहले पांच महीने में थे केवल 20 मरीज
बरसात में पुणे शहर को विभिन्न बीमारियों ने जकड़ लिया है. स्वाइन के बाद शहर में अब डेंगू ने अपना पांव फैलाना शुरू कर दिया है. डेंगू ने हाल ही में दो लोगों को अपना शिकार बनाया. इसकी तादाद जून से बढ़ने लगी. जनवरी से मई तक इससे त्रस्त मरीजों की संख्या 20 से 25 थी. पर जून से यह लगातार बढ़ती ही जा रही है. जुलाई में तो इसने कहर ही बरपा दिया. पूरे जुलाई माह में इसके करीब 228 मरीज मिले थे. अगस्त माह में तो उससे भी ज्यादा हालात बिगड़ गए हैं. अगस्त माह के पहले 11 दिनो में ही 224 मरीज डेंगू के बाधित मिले हैं. यानी जनवरी माह से अब तक डेंगू ने 624 मरीजों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. प्रशासन की ओर से विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं. लेकिन इसमें प्रशासन को सफलता नहीं मिल पा रही है. प्रशासन की ओर से शहर में हर दिन डेंगू के मरीजों की जांच की जाती है. प्रशासन के अनुसार शहर के कई निजी अस्पतालों में भी डेंगू के उत्पत्ति केंद्र मिले हैं.
– चिकनगुनिया का भी कहर
डेंगू के साथ चिकनगुनिया से भी पुणे शहर परेशान है. इस साल चिकनगुनिया से बाधित सबसे अधिक मरीज जनवरी माह में मिले थे. जिसकी तादाद 36 थी. धीरे-धीरे इसकी तादाद कम होती चली गयी. लेकिन जुलाई में फिर से इसने अपने पांव पसार लिए. जुलाई में 28 लोग चिकनगुनिया से ग्रस्त हो चुके थे. तो अगस्त माह में अब तक 23 लोग चिकनगुनिया से बाधित मिले हैं. मई व जून में इसकी संख्या क्रमश: 4 व 7 थी. पहले से ही स्वाइन से परेशान चल रहे पुणेकर अब इन दो बीमारियों से ग्रस्त हो चले हैं.