जयपुर (तेज समाचार प्रतिनिधि) बीकानेर गैंगरेप केस में उस समय नया मोड़ ले लिया, जब राजस्थान की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अनीता भदेल ने इस पूरे मामले को ही झूठा बताया है. मंत्री ने कहा कि गैंगरेप हुआ ही नहीं, बल्कि लड़की के पिता ने इस मामले में झूठी FIR दर्ज कराई थी.
मंत्री अनीता भदेल ने कहा, ‘कुछ तथ्य सामने आए हैं जो बताते हैं कि यह रेप का मामला नहीं है, क्योंकि पीड़िता ने 4-5 साल पहले ही स्कूल छोड़ दिया था. भदेल ने कहा कि ‘अब पीड़िता के पिता का कहना है कि उन्होंने गलत एफआईआर दर्ज करवा दी थी.’ मंत्री ने लड़की के पिता की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह से अपनी ही बेटी का इस्तेमाल केस में करने से समाज में गलत संदेश गया है. जिससे राजस्थान की भी खासी बदनामी हुई है. वही पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठोड़ ने भी मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.
– पीड़िता की चुप्पी पर सवाल
दूसरी तरफ राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने नाबालिग पीड़िता की चुप्पी पर सवाल उठाया. मंत्री ने कहा कि, ‘अगर पीड़िता के साथ 8 शिक्षकों ने गैंगरेप किया तो बच्ची ने उस वक्त घर पर क्यों नहीं बताया, यह बात उनकी समझ से परे है.’ उन्होंने कहा कि, ‘एफएसएल रिपोर्ट में ये भी साफ नहीं हो रहा है कि उस समय भी बालिका के साथ दुष्कर्म जैसी घटना हुई थी.’
– यह है पूरा मामला ?
बता दें कि बीकानेर के नोखा में नाबालिग के पिता का आरोप था कि उनकी बेटी के साथ आठ शिक्षक सामूहिक दुष्कर्म करते थे और लड़की के गर्भवती हो जाने पर उसे गर्भनिरोधक गोलियां देते थे. जिसकी वजह से लड़की को ब्लड कैंसर हो गया. लेकिन जांच में चौंका देने वाला सच सामने आया है.