पुणे (तेज समाचार डेस्क). पिछले दो दिनों से ऊमस और गर्मी से परेशान लोगों को शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश ने राहत दी है. शुक्रवार को पिंपरी-चिंचवड, पुणे व आसपास के परिसर में तूफानी हवाओं, मेघ गर्जना और ओलों के साथ तेज बारिश हुई. शाम को हुई इस बारिश के कारण शहर के वातावरण में ठंडक छा गई है. तेज हवाओं के कारण दोनों शहर में कुछ स्थानों में पेड़ गिरने की भी खबरें हैं.
प्रति वर्ष देश में मानसून का आगमन केरल से होता है. केरल में प्रतिवर्ष 1 जून को मानसून आता है. लेकिन इस वर्ष तीन दिन पहले ही यानी 28 मई को ही जोरदार तूफानी बारिश के साथ मानसून का केरल में आगमन हुआ. 24 घंटे में ही दक्षिण-अरबी समुद्र, मालदीव-लक्षद्वीप परिसर, तामिलनाडू का कुछ भाग और बंगाल की खाड़ी में भी मानूसन पहुंच गया. अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी 7 दिनों में राज्य में भी मानसून पहुंच जाएगा.
– पुणे में भी छमाछम
शुक्रवार की शाम को पुणे शहर में भी जोरदार बारिश ने लोगों को ऊमस और गर्मी से राहत दी. शहर के शिवाजीनगर, डेक्कन सहित मध्यवर्ती परिसर में तेज बारिश हुई.
– तेज हवा से गिरे पेड़
शुक्रवार को तूफानी हवा के साथ शहर में मानसून पूर्व बारिश हुई. हवा के कारण पिंपरी चिंचवड के कुछ भागों में और पुणे शहर में भी कहीं-कहीं पेड़ गिरने की खबरें है. नाशिक फाटा के पास सीआईआरटी रोड पर, हिंदुस्थान एंटिबायोटिक्स कंपनी के पास, साई चौक के पास और वाकड के दत्त मंदिर के पास मिला कर कुल 4 पेड़ गिरने की खबर है. लेकिन इस घटना में किसी प्रकार का कोई नुकसान का समाचार नहीं है.
– राज्य में 102 प्रतिशत बारिश की अनुमान
कृषि तापमान विशेषज्ञ डॉ. रामचंद्र साबले के अनुसार आगामी 5 या 6 जून को पूरे राज्य में मानसून पहुंच जाएगा. साथ ही इस वर्ष अच्छी बारिश यानी करीब 102 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान डॉ. साबले ने व्यक्त किया है. डॉ. साबले ने बताया कि बारिश का पहला चरण 20 जून तक अनवरत जारी रहेगा. जून, जुलाई व अगस्त में पुणे, राहुरी, कोल्हापुर, सोलापुर, धुलिया, निफाड, जलगांव, अकोला, सिंदेवाही व परभणी इन परिसरों में बारिश खंडित होगी. इसके साथ ही दापोली पाडेगांव व नागपुर में खंडित वृष्टि का अनुमान डॉ. साबले ने व्यक्त किया है.