अकोला. अकोला महानगर की बीचोबीच बहने वाली मोर्णा नदी यह शहर की धरोवर है. लेकिन आज यह नदी जलकुभी तथा कचरे के कारण दूषित हो चुकी है. इस नदी को जलवुंâभी तथा प्रदूषण मुक्त करने के लिये शनिवार दि. १३ जनवरी को ‘‘आप और हम सब मिल कर’’ स्वच्छ करेंगे एैसा आवाहन जिलाधिकारी आस्तिक कुमार पाण्डेय ने किया है.लेकिन यह कार्य एक सौतेला पण की तराह नजर आरहा है क्योंकि शहर का सबसे ज्यादा जनसंख्या माने जाने वाला अकोट फाईल परीसर वायू प्रदूषण से जुझ रहा है अकोट फाईल नागरिक डम्पिंग के धुए से परेशान है तथा विविध गँभीर बिमारियो के शिकार हो रहे है इस ओर प्रशासन मानो आंखे मुंदे बैठी है।जिस प्रकार प्रशासन मोरणा नदी की सफाई के लिए कदम उठा रही यह सराहनिय कदम है लेकिन उसी तराह अकोट फाईल नागरिको के लिए दर्द-ए-सर बना हुआ डम्पिं ग्राउंड को जलद शहर से बाहर करने के लिए भी जिला प्रशासन कोई ठोस कदम उठाए जिलाधिकारी,पालकमंत्री आदी से नागरिको की अपेक्षा है की इस संदर्भ मे उचित कदम उठाया जयेंग तथा इन मसलो पर राजकारण न करते हुए केवल नागरिको के विकास एवं स्वस्थ का ध्यान रखा जयेंग। चुनाव से पूर्व मा.मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी वादा किया था लेकीन मनपा मे सत्ता आने के बाद भी इस संदर्भ मे कोई ठोस कदम नही उठाए गए।डम्पिंग के मामले को प्रशासन गँभिरता से लेते हुए मोरणा की तराह जलद हल निकाले

