– 20 साल पुराना था असेमन एयरलाइन्स का हवाई जहाज
– ईरान की राजधानी तेहरान से यासुज जा रहा था
– उड़ान के मात्र 20 मिनट बाद हुआ हादसा
तेहरान (तेज समाचार डेस्का). दुनिया में कई एयर लाइन्स कंपनियां ऐसी है, जो सिर्फ पैसों के लालच में अपने पुराने हवाई जहाजों को ही आसमान में उड़ा रहा है. इसका खामियाजा आम लोगों को अपनी जान गवा कर भुगतना पड़ रहा है. रविवार को ईरान में असेमन एयर लाइन्स का 20 पुराना एक हवाई जहाज उड़ान भरने के महज 20 मिनट बाद साउथ ईरान के जगरोस पहाड़ी इलाके में क्रैश हो गया. हांलाकि बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना खराब मौसम के कारण हुई है. फिर भी इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि प्लेन पुराना भी था. खराब मौसम के कारण ही बचाव कार्य के लिए मदद दुर्घटनास्थल पर समय पर पहुंच सकी. चश्मदीदों ने बताया कि घटना से पहले ऐसा लग रहा था जैसे प्लेन इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश कर रहा हो. ईरान की न्यूज एजेंसी ISNA के मुताबिक, राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री को घटना की जांच और बचाव कार्यों में मदद के लिए एक दल बनाने के निर्देश दिए.
– बचाव कार्य में बाधक बना खराब मौसम
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, प्लेन ईरान के सेमीरोम इलाके की पहाड़ियों में क्रैश हुआ. इसमें 60 पैसेंजर्स सहित 6 क्रू मेंबर्स सवार थे. मरने वालों में एक बच्चा भी है. ईरान की नेशनल इमरजेंसी सर्विस के रीजनल हेड जलाल पूरनफर ने बताया कि इमरजेंसी की 5 टीमें रवाना की जा चुकी हैं, लेकिन प्लेन की लोकेशन का पता नहीं चल पाया है. ईरान में राहत और बचाव कार्य में शामिल रहने वाले रेड क्रिसेंट ऑर्गनाइजेशन ने भी मदद के लिए अपनी 12 टीमों को घटनास्थल पर भेजा.
– 2 इंजनवाला छोटा प्लेन था
असेमन एयरलाइंस का प्लेन ATR-72 कम दूरी वाल दो इंजन का छोटा प्लेन है. इसमें एक समय में 70 पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स सफर कर सकते हैं. रविवार को ये तेहरान से यासुज (करीब 620 किलोमीटर) जा रहा था. असेमन एयरलाइंस ईरान की तीसरी सबसे बड़ी कमर्शियल एयरप्लेन कंपनी है. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के चलते ईरान के कमर्शियल पैसेंजर प्लेन काफी पुराने हो चुके हैं, जिससे पिछले कुछ सालों में प्लेन क्रैश का सिलसिला बढ़ा है. रविवार को क्रैश होने वाला ATR-72 भी 20 साल से ज्यादा पुराना था. हालांकि, 2015 में अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील साइन करने के बाद ईरान नए पैसेंजर प्लेन्स के लिए एयरबस और बोइंग से सौदा कर चुका है, लेकिन बीते कुछ समय में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बढ़ी तनातनी के चलते ईरान को पुराने प्लेन्स के स्पेयर पार्ट तक मंगाने में दिक्कत हो रही है.