लखनऊ (तेज समाचार प्रतिनिधि) योगी आदित्यनाथ ने जब से मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी तब से प्रदेश में ऐसी चर्चा थी कि कट्टर हिंदूवादी चेहरा ‘5 कालिदास’ पंहुचा है और अब प्रदेश में हिन्दुत्व का झंड़ा बुलंद होगा. वहीं, ये भी चर्चा थी कि हिन्दुत्व को बढ़ावा देने के लिए मुस्लिम समुदाय पर लगातार शिकंजा कंसा जाएगा.
लेकिन अभी तक के कामों से मुख्यमंत्री योगी ने इन चर्चाओं को गलत सबित किया है. योगी जिस तरह से फैसले ले रहे हैं कि उससे ये साबित हो रहा है कि योगी के लिए धर्म कोई मुद्दा नहीं है बल्कि प्रदेश का विकास अहम है. योगी ‘सबका साथ और सबके विकास’ के नारे पर चल रहे हैं. चर्चा है कि सूबे के मुसलमानों में योगी को लेकर उम्मीदें बढ़ रही हैं. अब तक लगभग आधा दर्जन फैसले उन्होंने किए हैं जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मुस्लिम समुदाय को फायदा हुआ है. हर दिन लगने वाले जनता दरबार में मुस्लिम फरियादी ज्यादा देखें गए हैं और सीएम योगी ने ये सुनिश्चित किया है कि शुरुआत से लेकर फेहरिस्त में खड़े आखिरी इंसान की वो दिक्कतें धर्य से सुनेंगे और उसका निवारण करें.
– योगी द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
- योगी सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय की शिक्षा को भी खासी अहमियत दी है जिसमें सबसे पहले मदरसों का आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया है. 19213 मदरसों के सिलेबस में हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान के विषय शामिल होंगे वहीं छात्रों को अब सीधे आधार से जोड़कर उनके बैंक खातों में छात्रवृति भेजी जाएगी.
- 15 अप्रैल को योगी ने लखनऊ में उर्दू विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए जमीन दिलाने का वायदा किया है. मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय को लखनऊ कैंपस के लिए जल्द ही जमीन मिलेगी. इस सिलसिले में विश्वविद्यालय के कुलपति, जफर सुरेशवाला ने कुछ दिनों पहले ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी जिसके लिए सीएम ने भी सकारात्मक संकेत दिए हैं.
- मुस्लिम बेटियों की शादी का निर्णय : योगी सरकार गरीब मुस्लिम लड़के-लड़कियों की सामूहिक शादी कराने का फैसला किया है जिसमें हर वर्ष 100 शादियों का लक्ष्य रखा गया है. शादी में लड़के की तरफ से सरकार लड़की के परिवार को मेहर की रकम चुकाएगी. वहीं मेहर की रकम के अलावा दूल्हा-दुल्हन के लिए दूसरे जरूरी सामान भी सरकार देगी. शादी के लिए सद्भावना मंडप तैयार होगा जिसमें सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम होगा.
- सभी धर्मों का सम्मान : हाल ही में सीएम योगी सिख गुरुद्वारे भी गए थे और हज़रत अली के जन्म दिन के मौके उन्होंने बधाई दी थी. इस सब से योगी ने साफ़ संकेत दिया कि वो किसी एक के न होकर सभी धर्म और जाति के हैं. चर्चा है कि योगी आदित्यनाथ सबका साथ औऱ सबके विकास पर ध्यान दे रहे हैं.