पटना (तेज समाचार प्रतिनिधि). एक निजी समाचार चैनल की ओर से जारी एक ऑडियो टेप से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है. इस टेप में जेल में बंद शहाबुद्दीन और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बातचीत के कुछ अंश है, जिसमें दोनों के संबंधों का खुलासा होता है. हांलाकि यह ऑडियो क्लिप 2016 की है. जब सीवान में रामनवमी जुलूस के दिन हिंसा हुआ था. उस वक्त शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे. जेल से शहाबुद्दीन के लालू को फोन करते हैं, उसके बाद उनसे बातचीत होती है.
टेप में शहाबुद्दीन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को कह रहे हैं कि सीवान का भी हालचाल ले लीजिएगा. जवाब में लालू कहते हैं हमने पता किया है, सब ठीक है. फिर शहाबुद्दीन कहते हैं नहीं, स्थिति तनावपूर्ण है. एसपी वहां का किसी काम का नहीं है. उसे पता था, उसके बावजूद भी पुलिस की तैनाती नहीं की. उसके बाद लालू कहते हैं सीवान एसपी को फोन लगाओ. इतना कहने के बाद फोन कट हो जाता है. हालांकि टेप लीक होने पर लालू परिवार की ओर से कोई अधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है.
इस टेप के लीक होने के बाद से बिहार की सियासत गरमा गई है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. सुशील मोदी ने कहा है कि इस टेप के सामने आने के बाद लालू व शहाबुद्दीन के बीच संबंधों का खुलासा हो गया है. उन्होंने केंद्र सरकार से भी हस्तक्षेप करने की मांग की है.
दूसरी ओर टेप के लीक होने के बाद जीतनराम मांझी ने कहा है कि इस टेप से यह साबित हो गया है कि सरकार अपराधियों को संरक्षण देती है. मांझी ने इस मसले पर नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है.
साथ ही महागठबंधन की ओर से भी इस मामले पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है. पार्टी नेताओं ने कहा है कि सत्यता की जांच होने के बाद ही कुछ बोलेंगे.