पुणे (तेज समाचार डेस्क). होटल या कहीं खरीदी हेतु जाने वाले नागरिकों के डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड की जानकारी स्कीमर की सहायता से चुरा कर ठगी के कई मामले उजागर हो चुके हैं. अब नागरिकों के घर जाकर सस्ते में माल बेचने तथा पैसे सिर्फ एटीएम कार्ड के माध्यम से ही लेकर कार्ड की क्लोनिंग कर पूरा बैलेंस उड़ा लेने का नया तरीका अपनाया जा रहा है. चौंकाने वाले ये मामले बाणेर एवं पाषाण में उजागर हुए हैं. खाते से पैसे उड़ाए जाने की जानकारी मिलते ही नागरिकों ने तुरंत चतु:श्रृंगी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई. इस तरीके से अब तक 6-7 लोगों के खातों से तीन लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की जा चुकी है. इस विषय में शंकरदत्त चरणदत्ता जोशी (69) की शिकायत पर एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ ठगी व आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से बाणेर व पाषाण में एक महिला व दो पुरुष एक टेम्पो में ड्रायफ्रंट्स रखकर बेच रहे थे. वे अन्य दुकानों की तुलना में काफी कम दर पर ड्रायफूट्स बेचते थे. इस वजह से बड़ी संख्या में नागरिक उनसे खरीदारी करते थे. ये ड्रायफूट विक्रेता सिर्फ एटीएम के माध्यम से ही पैसे लेते थे. शिकायतकर्ता सहित कुछ अन्य नागरिकों ने उनसे खरीदी कर उन्हें एटीएम के माध्यम से पैसे दिए थे. उसके एक-दो दिन बाद खरीदारों को खातों से और पैसे निकाले जाने की जानकारी मिली. अब तक इन लोगों के खातों से 3 लाख 53 हजार रुपए निकाले जा चुके हैं. यह ठगी 3 दिसंबर से जारी थी. नागरिकों की शिकायत पर चतु:श्रृंगी पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज किया है. इंस्पेक्टर वैशाली गलांडे मामले की जांच कर रही हैं. पैसे लेने के दौरान ग्राहकों के एटीएम कार्ड को स्कीमर की सहायता से क्लोन किए जाने की संभावना है. फिर उस जानकारी के आधार पर नकली एटीएम कार्ड बनाकर दिल्ली में पैसे निकाले जाने की बात उजागर हुई है. अब तक 5-6 लोग इस तरह की शिकायत दर्ज करा चुके हैं. इस तरह ठगी का शिकार हुए लोगों की संख्या 20-25 तक पहुंचने की आशंका है. ठगी का शिकार हुए सभी नागरिक उच्च शिक्षित हैं.
– ये सावधानियां बरतें कार्ड धारक
* डेबिट या क्रेडिट कार्ड किसी अनजान व्यक्ति के हाथ में न दें.
* कार्ड द्वारा पेमेंट के दौरान उसे अपनी आंखों से ओझल न होने दें. यदि कोई ऐसा करने की कोशिश करे तो उसे रोकें व डेबिट मशीन अपने पास लाने को कहें.
* कार्ड का पिन नंबर किसी को न बताएं.
* स्वाइप मशीन में पिन एंटर करने के दौरान एक हाथ से उसे ढके रहें.
* कुछ दिनों में कार्ड का पिन नंबर बदलते रहें.
* बैंक की एसएमएस सर्विस का उपयोग करें. इससे आपको बैलेंस की जानकारी मिलती रहेगी.