जगदलपुर (तेज समाचार डेस्क). एक तरफ सीमा पार से आतंकवाद और दूसरी तरफ देश के अंदर नासूर बन चुका नक्सलवाद. सेना और सुरक्षाबल के जवान दोनों से ही निपटने के लिए दिन-रात एक किए हुए है. अभी भी भारत के कुछ इलाकों में नक्सलियों का प्रकोप बना हुआ है. लोगों के दिलों में नक्सलियों का खौफ आज भी समाया हुआ है. सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को ख़त्म करने की अपनी मुहिम को तेज करते हुए छत्तीसगढ़ की सीमा पर तेलंगाना के कोथागुडम जिले के नैलामडगू के जंगल में गुरुवार की सुबह नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 8 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर कर दिया. कई नक्सलियों को गंभीर रूप से चोटें भी आयी हैं. वही जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
– असंतुष्ट खेमे का मुखिया भी ढेर
मारे जाने वाले नक्सलियों में संगठन के असंतुष्ट खेमे का मुखिया मोकल्ला समैया भी है. घटनास्थल से मारे गए नक्सलियों के शवों के साथ भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किये गए हैं. बस्तर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को हुए नुकसान के बाद केंद्रीय वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार ने अंतरराज्यीय ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने व सहयोग बढ़ाने के बारे में कहा था. इसके बाद से ही छत्तीसगढ़ से सटे कई राज्यों महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड व तेलंगाना में संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है.
इसी के तहत गुरुवार की सुबह पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम सुबह सर्चिंग पर निकली हुई थी. जैसे ही पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान गंगारम ग्राम पंचायत के नैलामडगू के जंगल में पहुंचे, वहां पहले से ही घाट लगाकर बैठे हुए नक्सलियों ने उनके ऊपर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद बचाव करते हुए जवानों ने भी जवाबी कार्यवाई में गोलीबारी शुरू कर दी. लगभग दो घंटे तक दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चलती रही. अंत में खुद को कमजोर पड़ता देखकर नक्सली वहां से फरार हो गए.
इसके बाद जब घटनास्थल की तलाशी ली गयी तो वहां से 8 नक्सलियों के शव, 2 ऑटोमैटिक एसएलआर, 12 बोर की 2 बंदूक और आठ एमएम की एक पिस्टल के साथ ही अन्य चीजें बरामद की गयी. जानकारी के अनुसार मारे गए नक्सलियों में मोकल्ला समैया (36), एत्ती कुमार उर्फ राखी (35), मार्री गुदेम (26), जगकेती प्रवीन कुमार उर्फ आजाद (24), नुनावत अर्जुन उर्फ नवीन (22), बोइना ओमप्रकाश उर्फ गणेश (22), इसाम नरेश उर्फ सुदर्शन (30), व तुरकुली मधु उर्फ रमेश (35), शामिल हैं.