नई दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि) गत दिनों पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय मौलवी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों के बाद सोमवार को भारत लौट आए. इनमें हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के मुख्य खादिम आसिफ अली निजामी और उनके भतीजे नजीम अली निजामी शामिल हैं.
रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन दरगाह से जुड़े दोनों उलेमा सुरक्षित हैं. दोनों सोमवार को पाकिस्तान से दिल्ली आ जाएंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया कि उनकी दोनों सूफी मौलवियों से बातचीत हुई और वे वहां सकुशल हैं.
सरताज अजीज से की थी चर्चा
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लापता भारतीय मौलवियों के बारे में पाकिस्तान के पीएम के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से बातचीत की थी. मौलवियों ने 14 मार्च को लाहौर में ही स्थित एक अन्य दरगाह दाता दरबार में भी चादर चढ़ाई थी.
बेटे ने कहा, शुक्रिया
इससे पहले सैयद आसिफ अली निजामी के बेटे आमिर निजामी ने बताया कि अभी उनसे बात नहीं हो पाई हैं लेकिन भारत सरकार की तरफ से फोन आया है. आमिर निजामी ने इसके लिए भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया है. आमिर निजामी ने कहा कि पहले उनका फोन बंद आ रहा था लेकिन अब रिंग जा रही है जल्द बात हो जाएगी.
बता दें कि सैयद आसीफ अली निजामी (80) और उनके भतीजे नाजीम अली निजामी दोनों लाहौर के दाता दरबार गये थे, जहां से वे दोनों बुधवार से ही लापता हो गए थे. जिसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तानी अधिकारियों से दोनों भारतीय मौलानाओं का पता लगाने को कहा था.
कागजातों की जांच के लिए रोके गए थे
बताया जाता है कि कराची की उड़ान में सवार होने के लिए हवाईअड्डे पर पहुंचे तो नाजिम अली निजामी को कुछ कागजातों की जांच पूरी कराने के लिए रोक दिया गया और सैयद आसिफ अली निजामी को विमान में सवार होने को कहा गया था. उन्होंने कराची हवाईअड्डे पर अपने रिश्तेदारों को उन्हें लेने के लिए बुलाया था, लेकिन वह बाहर नहीं आए थे.