सिवनी. जहां एक ओर हमारे देश के सेक्यूलर्स हिन्दू और मुस्लिमों के बीच की खाई को और चौड़ा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं, वहीं सिवनी के स्थानीय मुसलमान और हिन्दू मिल कर भाईचारे की नई मिसाल बनाते जा रहे हैं. अब इस दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए सिवनी के खैरा ग्राम पंचायत के मुस्लिमों ने स्कूल बनाने के लिए मस्जिद की जगह ही दान में दे दी.
सिवनी के खैरी ग्राम पंचायत में मुस्लिम समाज ने शिक्षा के लिए ऐसा कदम उठाया है, जो कि एक मिसाल के तौर पर पेश की जा रही है. मुस्लिम समाज ने स्कूल बनवाने के लिए मस्जिद की जमीन को दान कर दिया है. जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित खैरी ग्राम पंचायत इन दिनों सुर्खियों में है. यहां मुस्लिम समुदाय ने अपनी इबादतगाह की जमीन को सरकारी स्कूल के लिए दे दिया है. इससे पता चलता है कि गांव का मुस्लिम समाज शिक्षा के प्रति कितना जागरूक है. लोगों का मानना है कि दुनियावी तालीम जरूरी है.
बताया जाता है इसके पहले भी गांववाले मिडिल स्कूल के भवन के लिए चंदा कर जमीन खरीद चुके हैं. वर्तमान में सरकारी हाई स्कूल सेक्शन होने के बाद जमीन न होने के कारण उसका निर्माण अधर में था. इससे निबटने के लिए गांव की मस्जिद कमेटी और अन्य ने आपसी विचार से मिडिल स्कूल से लगी मस्जिद की जमीन को स्कूल के लिए दान करने का फैसला लिया. खैरी ग्राम पंचायत के अब्दुल करीम खान की मां ने एक एकड़ जमीन मस्जिद के लिए दान की थी. मस्जिद कमेटी और मुस्लिम समाज स्कूल को जमीन दिए जाने के के फैसले से बेहद खुश है.
स्कूल प्रबंधन के मुताबिक मस्जिद कमेटी द्वारा स्कूल को एक एकड़ और एक आरए जमीन दी गई है. जमीन का नामान्तरण करवा लिया गया है. मस्जिद कमेटी ने स्कूल से लगी हुई जो जमीन दी है, उसमें भविष्य में हाई स्कूल की बिल्डिंग और खेल मैदान बनाया जायेगा.
जहां एक और मस्जिद की जमीन का मसला देश का सबसे बड़ा विवाद बना हुआ है तो खैरी गांव के मुस्लिम समाज ने मस्जिद की जमीन सरकारी स्कूल को देकर बदलाव की मिशाल पेश की है.