जलगांव. अभी के युग में मानसिक स्वास्थ एवं मानसिक शांती मिलना बहुत कठीण हुआ हैं. लेकिन इसके लिए महात्मा गांधीजी ने इन सभी बातों को अच्छा उपया के रूप में मनुष्य ने अपन तन-मन तथा बाहर का परिसर साफ रखने से मानसिक शांती एवं स्वास्थ अच्छी रहता हैं. ऐसा प्रतिपादन गांधी उद्यान नवनिर्माण लोकार्पण कार्यक्रम के प्रसंगी महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने किया. कार्यक्रम का उद्घाटन तुषार गांधी के हाथो किया गया. इससमय कार्यक्रम के अध्यक्षस्थान पर जलसंपदामंत्री गिरीश महाजन उपस्थित थे. पूर्व मंत्री सुरेश जैन, विधायक सुरेश भोले, विधायक चंदुलाल पटेल, विधायक स्मिता वाघ, महापौर ललित कोल्हे, जैन उद्योग समुह के अध्यक्ष अशोक जैन, उपमहापौर गणेश सोनवणे, जिलाधिकारी किशोर राजे निंबालकर, पुलिस अधिक्षक दत्तात्रय कराले, दलूभाऊ जैन, सभापती वर्षा खडसे, खाविका के रमेश जैन, पूर्व महापौर नितीन लढ््ढा आदि मान्यवर मौजुद थे. आगे कहते हुए गांधी ने कहां की, महात्मा गांधीजी ने हमेंशा ही अहिंसा के मार्ग से देश को दिशा दिखाई हैं. मनुष्य ने जीवन में कभी भी घूस्सा नहीं करना चाहिए, क्योंकी कभी भी इसका परिणाम बुरा ही होता हैं. महात्मा गांधीजी ने भी कभी घूस्सा नहीं किया. घूस्सा बिजली जैसा हैं, बिजली का करंट लगने से सब खत्म हो जाता हैं. वैसा ही मनुष्य को घूस्सा होना चाहिए, लेकिन उसका प्रयोग अच्छे काम के लिए करना चाहिए. स्वच्छता ही गांधीजी का परम धर्म था, नागरीकों ने खूद का परिसर में सफाई रखना आवश्यक हैं. यहं महात्मा गांधी उद्यान जलगांव शहर के नागरीकों का हैं. इसलिए उद्यान की स्वच्छता रखने की जिम्मेदारी भी उनकी ही हैं. इसलिए यहां पर मनपा और जैन समुह सिर्फ ख्याल रख सकते हैं, लेकिन सफाई रखने की जिम्मेदारी हमारी हैं. स्वच्छता के बहुत जादा फायदा हैं, इसमें हमारा स्वास्थ रहता हैं. इसमें से ही एक अच्छा राष्ट्र निर्माण के लिए दिशा मिलेगी. ऐसा भी इससमय तुषार गांधी ने कहां. सुबह करीब ७ बजे महानगर पालिका इमारत से गांधी उद्यान तक सद्भावना रैली निकाली गई.
जल्द ही जलगांव शहर के विकास के लिए १०० करोड़ : महाजन
शहर के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से १०० करोड़ रूपयों का निधी दिया जाएगा. ऐसी घोषणा राज्य के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन ने सोमवारी को की. इस १०० करोड़ रूपयों के लिए मुख्यमंत्री की मंजूरी होने की बात भी उन्होंने कही. जैन उद्योग समुह के माध्यम से महात्मा गांधी उद्यान के नवनिर्माण किया हैं. उसके लोकार्पण कार्यक्रम सोमवार की सुबह संपन्न हुआ. उस समय मंत्री कहं रहे थे. तथा सालभर में जैन समुह के सहकार्य से शहर में बहुत से विकास कामों को गती मिली हैं. जैन समुह की पहचान विश्वस्तर पर अवलौकीक हैं. सामाजिक बांधलकी के रूपमें जामनेर में भी छोटा उद्यान का निर्माण हो, ऐसा भी मंत्री गिरीश महाजन ने जैन समुह से मन की बात कही. महात्मा गांधीजी का केवल पुतला, शोभायात्रा निकाली जाती हैं. लेकिन उनके विचार आचरण में लाने की आवश्यकता हैं. स्वच्छता के बारे में केवल शपथ लेने से स्वच्छता नहीं होती हैं. स्वयं को स्वच्छता को डुबाना चाहिए, दुसरो को बताकर स्वच्छता नहीं होती हैं. तथा इससमय १०० करोड़ की बात कहते समय राजनिती ना करते हुए विकास कामों के लिए एकजुट होना चाहिए. पूरा निधी विकास कामों के लिए खर्च होना चाहिए. मैं यहां का पालकमंत्री नहीं हु, लेकिन जलगांव के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटील हैं, उनके माध्यम से ही जादातर निधी जलगांव जिले के लिए लाया जा सकता हैं, ऐसा भी उन्होंने कहां.
जलगांव में जल्द ही पानी विद्यापीठ : अशोक जैन
पानी से संबंधीत सभी ज्ञान शाक्षा का अध्ययन करनेवाल जागति दर्ज का पानी विद्यापीठ की घोषणा जैन उद्योग समुह के अध्यक्ष अशोक जैन ने इससमय की. ५०० एकर में यहं विद्यापीठ का निर्माण किया जाएगां. भाऊं की श्रृष्टी, ऐसा इस परिसर का नाम होगा. जल्द ही इस विद्यापीठ का भूमिपूजन कार्यक्रम होगा. तथा जलगांव में मेडिकल डायग्रोस्टिक सेंटर की निर्मिती की भी घोषना उन्होंने इससमय की हैं. जलगांव शहर के सहित गावों में पानी की कमतरता होती हैं. इसलिए पानी की समस्या मिटाने के लिए भाऊं की इच्छानुसार जलगांव में पानी विद्यापीठ का निर्माण आवश्यक हैं. तथा शहर में इतर उद्यानों को भी गांधी उद्यान जैसा नवनिर्माण करने का इससमय जैन उद्योग समुह के अध्यक्ष अशोक जैन ने जाहिर किया.