पुणे(तेज़ समाचार प्रतिनिधि): चीन का प्रयास बॉर्डर का स्टेटस बदलने का है. इसी वजह से तनाव की स्थिति है. चीन को फौज की ताकत के साथ-साथ आर्थिक और राजनीतिक रास्ते से भी जवाब दिया जा रहा है, लेकिन भविष्य में डोकलाम जैसी घटनाएं बढ़ने की संभावना है. इसलिए सेना को पूरी तरह से तैयार करने का आदेश दिया गया है. पुणे के दौरे पर आए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ये यह बयान दिया.
सेना के दक्षिण मुख्यालय और सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा व सैन्यशास्त्र विभाग की तरफ से आयोजित जनरल बी.सी. जोशी स्मृति व्याख्यान में वे बोल रहे थे. रावत यहां ‘इंडियाज चैलेंजेस इन करंट जीओ-स्ट्रैटेजिक कन्स्ट्रक्ट’ विषय पर बोल रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि चीन राजनीतिक, आर्थिक और फौजी ताकत के जरिये दुनियाभर में अपना दबदबा बढ़ाने में जुटा हुआ है. चीन फौज की क्षमता बढ़ाने, मूलभूत सुविधाओं के विकास पर जोर दे रहा है. इसके साथ ही स्पेस व नेटवर्क केंद्रित युद्ध क्षेत्र में भी अपनी ताकत बढ़ा रहा है जिसके कारण उसकी क्षमता बढ़ी है.
चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर का पाक अधिकृत कश्मीर से गुजरना भारतीय संप्रभुता के लिए चुनौती है. हम लोग विभिन्न स्तरों पर चीन को जवाब दे रहे हैं. भविष्य में ऐसी घटनाएं बढ़ने की संभावना है इसलिए सेना को तैयार रहने की जरूरत है.