अकाेला(अवेस सिद्दीकी): जिल्हा बदली द्वारा अन्य जिलों से आए हुए करीब 56 शिक्षको को विगत एक महिने से किसी शाला पर नियुक्ती नही दि गई है। शिक्षक गण प्रति दिन नियुक्ति की अभिलाषा लिए हुए जिला परिषद के चक्कर कांट रहे है। विगत दिनो अकोला जिला परिषद के 17 शिक्षको को प्रशासन द्वारा अकोला से बाहर जि प मे भेजा गया जिसमे 15 मराठी एव 2 उर्दू भाषिक शिक्षकों का समावेश है। तथा 56 शिक्षको को अकोला जिला परिषद मे समावेश किया गया जिस्मे 34 मराठी तथा 22 उर्दू शिक्षको का समावेश है लेकीन दुसरे जिलो से आए हुए इन शिक्षको को शिक्षा विभाग द्वारा अब तक शालाओ पर नियुक्ती नही दि गाई यह शिक्षक रोजाना जिला परिषद के बरामदे एव शालाओ के परिसर मे घुमते नजर आरहे है। इस्से ज्ञात हो रहा है की अकोला जिला परिषद का काम कैसे मन माने तारीके से चलरहा है। विगत 26 जून से ही शालाओ का शैक्षणिक सत्र चालू हो चुका है किंतु अब तक शिक्षकों को किसी शाला पर नियुक्त नही किया गया जिस्की वजह से विध्यर्थीयो का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। शिक्षकों को पता नही की उनकी शाला कौनसी है एव विद्यार्थियों को ही पता नही के उनका शिक्षक कौन है।
शिक्षा अधिकारी देवेंद्र अवचार ने प्रतिक्रिया देने से किया इनकार
शिक्षा विभाग तथा शासकीय शालाओ की ऐसी ही हलगर्जी पण की वजाह से पालक निजी शालाओ का रुख कररहे है तथा अधिक शैक्षणिक बोझ उठाना पसंद करराहे है बता दे की दुसरे जिलो मे शिक्षको को नियुक्तीया दे दि गई है। गए एक महिने से इन शिक्षको को अकोला जि प शिक्षा विभाग द्वारा आज-कल की तारीख दे कर परेशान किया जारहा है। सूत्रों के माने तो अकोला से शिक्षको को कार्यामुक्त तो किया गया लेकीन बाहर से आए शिक्षको को नियुक्ती नही दी गई जो रोजाना नियुक्ती की राह देख रहे है संबंधित शिक्षा अधिकारी को बार बार इस संदर्भ मे अवगत करने “साहेब आम्हाला शाळा द्या हो” पर भि कान पर जिव तक ना रेंगने की हालात सामने है। ओस सन्दर्भ में जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र अवचार से संपर्क करने पर उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया