अकोला(तेज़ समाचार के लिए अवेस सिद्दीकी) : जिले मे आए दिन नई अपराधीक घटनाए जन्म ले रही है तथा अपराधी बे खौफ नजर आरहे है । शहर के विविध परीसर मे अवैध धंदे जोरो पर है,नए गुन्हेगार सर उठा रहे है इन सब वारदातो के पिछे कौन जुम्मेदार है ? परिसर पुलीस निरीक्षक द्वारा कोई ठोस कारवाई न किए जाने तथा नियंत्रन निष्क्रीयता का आरोप नागरिक लगाते रहते है। अकोट फाईल परिसर के साथ ही शहर मे अवैध धंदे , चोरी , हत्या की वारदातो मी निरंतर रूप से इजाफा हुआ है तत्कालीन पुलीस अधीक्षक चंद्र किशोर मिना के कार्यकाल मे गुन्हेगारो ने गोया अपने सर छुपा लिए थे लेकीन अब यही सर उठाते हुए नजर आरहे है जिले मे चोरी, हत्याओ की वारदातो मे दिन पर दिन इजाफा हो रहा है जो पुलीस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर स्वालीय निशाण निर्माण कररही है ।
नागरिक महसुस कररहे स्वयं को असुरक्षित
अकोट फाईल तथा शहर मे कोई भी ठोस कारवाई की जाती है तो केवल गठीत विशेष पथक द्वारा क्यों परिसर के पुलीस निरीक्षक कारवाई करणे से परहेज करते है ? क्यों खुपिया विभाग द्वारा घटना से पूर्व जाणकारी मुख्य पुलीस विभाग तक नही पहूंच पाती ? अकोट फाईल परिसर को बदनाम तथा शांतता भंग करने मे कोई राजनीतीक हात तो नही ? क्या पुलीस प्रशासन पर कोई राजनीतिक दबाव है ? गृह राज्य मंत्री इसी शहर के होने के बावजुद शहर मे इतनी असुरक्षता क्यों ? क्यों और कहा पुलीस प्रशासन कमजोर पड रहा है ? ऐसे विविध सवाल नागरिको द्वारा किए जा रहे है तथा स्वयं को असुरक्षित मेहसुस कररहे है ।
एक रिपोर्ट के मुताबीक जिले मे विगत 1 जनवरी 17 से 31 नोव्हेंबर 17 तक 63जाला साजी की घटनाए तथा वर्ष 2017 के 11 माह मे जिले मे 33हत्याए , 23गंभीर रूप से घायाल करने की घटना एवं 55हत्या के प्रयास की घटना सामने आई है जिला पुलीस प्रशासन के प्रयास के बावजुद भी अपराध के ग्राफ मे निरंतर रूप से बढोतरी होती नजर आरही है,नागरीको मे दहशत एवं असुरक्षता का माहोल बरपा हो गया है पता नही कब प्रशासन पूर्ण रूप से अपराधीयो पर शिकांजा कसेंगी तथा नागरीक सव्य को सुरक्षीत मेहसुस करेंगे। इसी तराह गए बुधवार की रात अकोट फाईल परिसर मे एक ही सम्प्रदाय के दो गुटों में भिड़ंत हो गई जिस्मे दोनो गुटो की ओर से पत्थर बाजी की गइ तथा घटना में दो दुपहिया वाहन, टैंकर के शीशे चकनाचूर कर दिए,तो दुसरी ओर बालापूर नाका परिसर मे पुराणी रंजीश को लेकर दो गुटो की लडाइ मे एक की हत्या की गइ घटना की जानकारी मिलने के पश्चात जिला पुलिस अधीक्षक एम राकेश कलासागार , अपर पुलिस अधीक्षक विजयकांत सागर शहर उप विभागीय अधिकारी उमेश माने पाटील, स्थानीय अपराध के पुलिस निरीक्षक कैलास नागरे , पुराना शहर पुलिस निरीक्षक गजानन पड़घन ने घटना स्थल का जायजा लिया तथा देर रात पुलीस की कारवाई जारी रही ।
जिले मे हूइ अब तक वारदाते
◆31 नोव्हेंबर2017 तक जाला साजी की 63 घटनाए
◆वर्ष के 11 माह मे जिले मे 33 हत्याए
◆23 गंभीर रूप से घायल करने की घटनाए
◆55 हत्या के प्रयास की घटनाए
यातायात दुर्घटनाओ मे कमी
विगत वर्ष के मुकाबले मे इस वर्ष दुर्घटनाओ मे 3 प्रतिशत कमी आई है 1 जनवरी 17 से 31 नोव्हेंबर 2017 तक 976 मामले दर्ज जिस्मे 974 घटनाओ की सफलता पूर्वक जांच हुई
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