अकोला(तेज़ समाचार के लिए अवेस सिद्दीकी) :प्लास्टिक की थैलीयो से पर्यावरण को गंभीर खतरा होणे का सत्य पता होणे के बावजुद प्लस्टिक थैलीयो के इस्तेमाल मे कमी नही आरही है।शहर मे किराणा दुकानो तथा बाजारो मे धडल्ले से प्रतिबंधित 50 मैक्रोन से कम साईज वाली थैलीयो का ठोक एवं खुदरा करोबार जोरो पर है जिस्की ओर मनपा प्रशासन पूर्ण तरिके से आँखे बंद किए हुए नजर आरही है जहा इन थैलीयो से पर्यावरण को गंभीर से खतरा है वही इन थैलीयो की वजाह से मवेशी गंभीर बिमारियो का शिकार हो रहे है ।विगत दिनो एक गाय पर स्नातकोत्तर पशुवैद्यकीय एवं पशुविज्ञान संस्था मे 4 घंटे तक शल्यक्रिया कर उसके पेट से कारीब 40 किलो प्लास्टिक पन्नियं निकाली गइ थी ।प्लास्टिक थैलीयो से संभाव्य खतरो के कारण प्लास्टिक थैलीयो के इस्तेमाल पर प्रशासन द्वारा बंदी लागाई गइ है । लेकिन इस मामले मे प्रशासन के लचर रवैए के कारण बाजार मे धडल्ले से प्लास्टिक की थैलीयां उपलब्ध हो रही है एक जाणकारी के अनुसार शहर मे प्रती माह कारीब एक हजार किलो 50 मैक्रोन से कम साईज वाली पन्नीयां बाहर शहरो से आती है यह काहां से आती है और अकोला मे ठोक विक्रेता कौन कौन है जीन पर अंकुश लगाना जरुरी है । सुत्रो से मिली जाणकरी के अनुसार इस संदर्भ मे कारवाई न करणे के एवज मे प्लास्टिक पन्नियो के ठोक विक्रेताओ द्वारा मनपा के आला अधिकारियो को मोटी रकम दी जाती है जिस्के चलते सब पता होते हुए भी मनपा प्रशासन थैलीयो की बिक्री की ओर आँखे बंद किए हुए है इन थैलीयो से पर्यावरण गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है वही मवेशी के जीवन को भी धोका निर्माण हो रहा है।
इस संदर्भ मे मनपा प्रभारी आयुक्त खुद कारवाई कर किराणा दुकान ,बाजरी एवं ठोक विक्रेताओ पर ठोस कारवाई किए जाणे की जरूरत मेहसुस हो रही है ।
मनपा द्वारा विशेष मूहिम चला कर इस संदर्भ मे कारवाई की जयेंगी। नागरिको को आवाहन है की प्लास्टिक कॅरीबॅग का इस्तेमाल ना करे पर्यावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाए रखने मे सहकार्य करे
प्रा. संजय खडसे
प्रभारी उपयुक्त मनपा अकोला
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