अकोला(अवेस सिद्दीकी) अपने विभिन्न अट पटे कर्यो से हमेशा चर्चा मे रेहने वाले अकोला के भाजप महापौर विजय अग्रवाल फिर से सूरखीयो मे नजर आरहे है।
एक ओर पार्षदो द्वारा सम्पत्ती मॅपिंग हेतू स्थापत्य कंपनी के साथ करोडो का घोटाला किए जाने के आरोप लगाया जारहा है तो दुसरी ओर कर बढोतरी की वजह से वे मुष्कीलात मे घिर गए है। सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के सहाय्यक कर अधीक्षक नंदकिशोर उजवणे को महापौर विजय अग्रवाल ने पहले गाली गलोच तथा असभय व्याव्हार किया तथा आयुक्त के दालन मे पूर्व पार्षद सागर शेगोकार ने मारपीट भी की जिस्की वजह से नगर निगम के कर्मचारी व्यथित है। इस मामले से पता चलता है की नगर निगम मे महापौर एवं भाजप पदधिकरियो की दबंगाई चलती है तथा सत्ता का दूरुपयोग कर शहर विकास की ओर कोई ख्याल नही किया जाता है।विगत मंगलवार रात को यह मामला कर्मचारी के साथ पेश आने की जाणकारी है।इस बिच महापौर विजय अग्रवाल ने मंगलवार को कुरसी फेक कर मारने की कोशीष तथा पूर्व पार्षद सागर शेगोकार ने कर विभाग के कर्मचारी के साथ हातापाइ करने की जानकारी सुत्रो से प्राप्त हुई है।
एक ओर जिले मे भाजप के खासदार संजय धोत्रे एवं गृह राज्यमंत्री रणजीत पाटील की लडाइ जिले एवं राज्य के लिए चर्चा का विषय बन गइ है तो दुसरी ओर अकोला के महापौर विजय अग्रवाल की दबंगाई नगर निगम के कर्मचारियो के लिए सर दर्द बनी है,जिस्से पक्ष की प्रतिमा मलिन हो रही है तथा भाजप मे आपसी मतभेद बडे पैमाणे पर होने एवं सत्ता सर मे चढने की ग्वाही है।इस घटना से पुर्ण राजकीय सर्कल मे खलबली मच गइ है।इसी प्रकार के मनमाने दबंगाई के कार्य महापौर द्वारा नगर निगम मे किए जाने के आरोप आए दिन पार्षद लगाते रेहते है ,महापौर इसे कुबल भी करते है तथा तांत्रिक गलतीयो के नाम पर किए गए अपने मनमाने कर्यो पर परदा दालने का प्रयास करते है।महापौर महाशय से ऐसे ही गलतीया होती रही तो शहर का विकास कब होंगा?सत्ता एवं कुरसी का दुरुपयोग कर केवल सवय का विकास एवं भ्रष्टाचार करने के आरोप नागरीको द्वार लगाए जारहे है।
शहर के साथ साथ अब जिले के सभी नागरिको एवं राजकीय पदधिकरियो की नजरे इस ओर टिकी है की कब वह कर्मचारी महापौर महाशय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराता है और साथ ही पारदर्शकता का दावा करने वाली बिजेपी इस संदर्भ मे क्या फैसला लेती है।