– अपने सिद्धांतों पर ही चलेगी पार्टी : नरेन्द्र मोदी
– 2014 से भी ज्यादा वोटों से जीतेगी पार्टी
– अभाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). शनिवार को शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक का रविवार को समापन हुआ. इस समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए ‘अजेय भारत-अटल भाजपा’ का नया नारा दिया. मोदी ने कहा कि भारत का अभी तक का इतिहास रहा है कि भारत कभी भी किसी के वशीभूत नहीं हुआ. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही अपने सिद्धांतों पर चलती रही है और आगे भी पार्टी अपने सिद्धांतों का ही अनुसरण करेगी.
– सत्ता जनता के बीच काम करने का उपकरण
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, कि अटल जी ने भाजपा के विचार, संस्कार और भाजपा के नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी. आज हमारा सूरज तो चला गया लेकिन हम जो सितारें है वो चमकर इस विचारधारा के प्रकाश को आगे ले जाएं. हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते हैं.
– विपक्ष के पास न नेता, न नीति
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि महागठबंधन के पास न तो कोई नेता और और न ही नीति. इसलिए विपक्ष बुरी तरह से हताश हो चुका है. उनका एकमात्र एजेंडा केवल मोदी को रोकने का है. वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि 31 अक्टूबर को मोदी गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ का लोकार्पण करेंगे.
– 2014 से ज्यादा सीटें जीतेगी भाजपा
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुई. पहले दिन 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति और मुद्दों पर चर्चा हुई. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में 2014 से भी ज्यादा सीटें जीतेगी. शाह ने बैठक में अजेय भाजपा का नारा भी दिया. उन्होंने कहा, ”महागठबंधन एक ढकोसला, भ्रांति और झूठ है. इसमें शामिल पार्टियां 2014 में भाजपा से हार चुकी हैं. गठबंधन बेअसर साबित होगा.”
– अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस की हानिकारक नीति
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव दो स्थितियों में लाया जाता है. सरकार बहुमत गंवा दे या सरकार जनता के लिए चिंता का विषय बन जाए. इन स्थितियों के बिना भी विपक्ष इसे लेकर आया. यह उनकी हानिकारक राजनीति दर्शाता है.