औरंगाबाद. नरभक्षक तेदुएं को मारने के लिए वनविभाग द्वारा सोमवार शाम जलगांव जिले के चालिसगांव तहसील में चलाई गई विशेष मुहिम में रिवॉल्वर लेकर शामिल हुए राज्य के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा सांसद अशोक चव्हाण ने तंज कसते हुए कहा कि क्या जेम्स बॉंड बनकर महाजन उस मुहिम में शामिल हुए थे. महाजन के वन विभाग के विशेष मुहिम में रिवॉल्वर लेकर शामिल होने पर चव्हाण ने कई सवाल उठाते हुए उन पर कार्यवाही की मांग की है.
– 12 दिसंबर को जनाक्रोश मोर्चा
अगले माह नागपुर में शुरु हो रहे शीतकालिन अधिवेशन पर कांग्रेस सहित समविचार वालें कई दलों की ओर से फडणवीस सरकार के खिलाफ 12 दिसंबर को जन आक्रोश मोर्च का आयोजन किया गया है.मोर्च की पूर्व तैयारी के लिए शहर में कांग्रेस पदाधिकारियों की विभागीय बैठक चव्हाण के अध्यक्षता में आयोजित की गई थी. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए चव्हाण ने राज्य के जलसंपदा मंत्री महाजन द्वारा घने जंगल में रिवॉल्वर लेकर पहुंचने पर खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि नरभक्षक तेंदुएं को ठिकाने लगाने में वन विभाग सक्षम है. ऐसे में जलसंपदा मंत्री गिरीज महाजन को रिवॉल्वर लेकर वन विभाग की मुहिम में शामिल होने की कोई जरुरत ही नहीं थी. महाजन के इस कारनामे पर सांसद चव्हाण ने सरकार से कार्यवाही की मांग की है.
– गुजरात चुनाव से घबराकर शीतकालीन अधिवेशन देरी से
गुजरात चुनाव में कांग्रे्रस सत्ता के करीब पहुंचना तय है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सभाओं को गुजरात में मिल रहे प्रतिसाद के चलते प्रधानमंत्री मोदी सहित भाजपा नेताओं की निंद हराम हो चुकी है.गुजरात चुनाव में भाजपा की घटती लोकप्रियता से बेचैन केन्द्र की भाजपा सरकार ने संसद का शीतकालिन अधिवेशन एक माह देरी से बुलाया है. हर साल शीतकालिन अधिवेशन एक माह से अधिक समय तक चलता है. लेकिन, सरकार की नाकामियां अधिवेशन में अधिक सामने न आए, और उसका असर गुजरात चुनाव पर न हो, इसलिए शीतकालिन अधिवेशन सिर्फ 10 से 12 दिन में निपटाने का आरोप पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद अशोक चव्हाण ने यहां लगाया.