नई दिल्ली. डोकलाम विवाद पर चीन ने फिर एक बार भारत काे चेतावनी दी है. यहां के सरकारी अखबार चाइना डेली ने लिखा है कि चीन के सब्र की एक हद है. वह सोचता है कि चीन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता करेगा तो यह उसकी बड़ी भूल होगी. ऐसा करके भारत अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार रहा है.
चाइना डेली ने अपने लेख में लिखा है कि चीनी सैनिकों की मौजूदगी में चीन के इलाके में अतिक्रमण करना और वहां अपने सैनिकों की तैनाती बरकरार रखकर भारत चीन के साथ जंग चाहता है या कुछ और? चीन के अखबार चाइना डेली ने यह सवाल उठाया है. इसमें आगे लिखा है कि चीन भारत को अपने सैनिक वापस बुलाने और गंभीर नतीजों के बारे में बार-बार आगाह कर रहा है. चीन ने एक इंच दिया तो भारत एक मील चाहता है. वह न सिर्फ बार-बार दी जा रही चेतावनी को अनसुना कर रहा है, बल्कि सरहद के उस हिस्से में अपनी सेना की मौजूदगी भी बढ़ा रहा है.
इसमें आगे लिखा है कि भारतीय न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक सरकारी अफसर का नाम न बताते हुए उनके हवाले से कहा है कि सेनाओं के बीच ‘चेतावनी का स्तर’ बढ़ रहा है. यह कहना मुश्किल है कि वह चीन के साथ जंग की तैयारी कर रहा है. एक और मामले में भारत सरकार ने बुधवार को एलान किया कि चीन से इंपोर्ट किए जाने वाले 93 प्रोडक्ट्स पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाएगा. इसे भारत का एक और भड़काऊ कदम माना जा सकता है.
चाइना डेली ने आगे लिखा है कि चीन अपने पड़ोसी के साथ किसी तरह की जंग नहीं चाहता. चीन की ओर से भारत को अपने सैनिकों को वापस बुलाने और जंग के गंभीर नतीजों के प्रति बार-बार आगाह करना उसके सब्र को बताता है. अखबार ने अपने ओपिनियन में आगे लिखा है कि चीन के सब्र को उसकी कमजोरी मानना और हल्के में लेना भारत की गलती और मूर्खता है. ऐसा करके भारत एक खतरनाक रास्ते पर बढ़ रहा है. भारत को अपनी समझ दिखानी चाहिए और समझना चाहिए कि चीन के सब्र की हद है. वह सोचता है कि चीन अपनी संप्रभुता (sovereignty) और क्षेत्रीय अखंडता (territorial integrity) से समझौता करेगा तो यह उसकी बड़ी भूल होगी. ऐसा करके भारत अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारेगा.