पुणे. हमारा देश भावना प्रधान देश है. हमारी सुबह से शाम तक की सभी गतिविधियां भावनाओं के इर्दगीर्द ही भटकती रहती है. इसमें से सबसे प्रबल भावना भगवान, खुदा, गॉड के प्रति होती है. इसीलिए हमारे जीवन में होनेवाली सभी अच्छी-बुरी घटनाओं का कारण हम भगवान को मानते है. ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति है, जो घर से बाहर निकलते समय अपने भगवान को याद न करता होगा. ऐसी ही एक घटना शनिवार को देखने को मिली, जिससे अपने ईश के प्रति हमारी भावनाएं और अगाध हो जाती है और भगवान के अस्तिव का एहसास भी होता है.
समय रहा होगा यही कोई सुबह के 9 बजे का. बारिश भी अपनी गति से बरस रही थी. ऐसे में एक रिक्शा शनिवार पेठ की एक इमारत के सामने रुका. रिक्शा में बैठी एक वृद्ध महिला रिक्शा से उतरी. वह रिक्शा में सिलेंडर रख कर लाई थी. वृद्धावस्था के कारण उसके लिए सिलेंडर अपने घर तक ले जाना संभव नहीं था. इसलिए उसने रिक्शा चालक मोहम्मद इस्माईल शेख (38) से दादा संबोधित करते हुए गुजारिश की कि वह उसका यह सिलेंडर उसके घर तक पहुंचा दे. शेख ने भी अपनी रिक्शा वहीं खड़ी की और इंसानियत के नाते वृद्धा का सिलेंडर उसके घर तक पहुंचा दिया और थोड़ी ही देर बार वृद्धा से रिक्शा का किराया और उसकी दुआएं लेकर रिक्शा के पास लौटा. इस पूरे काम में करीब 8-10 मिनट का समय ही गुजरा होगा. जब इस्माइल शेख रिक्शा के पास लौटा, तब उसने देखा कि उसकी रिक्शा पर नीम और उंबर के दो पेड़ गिरे है, जिसके कारण उसकी रिक्शा पूरी तरह से चकनाचूर हो चुकी है.
घटना के बाद मोहम्मद शेख औरआसपास के लोगों ने मनपा अधिकारियों को घटना की सूचना दी. सूचना मिलते ही मनपा कर्मचारी और अग्निशमन दल के जवानों ने वहां पहुंच कर दोनों पेड़ों को हटाया. इस दरम्यान वहां पर काफी यातायात जाम हो चुका था. पेड़ हटाए जाने के बाद यातायात सुचारू हो सका.
लेकिन इस पूरी घटना को मोहम्मद शेख ने पूरी तरह से सकारात्मक लिया और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आज अल्लाह की बहुत बड़ी मेहरबानी रही, कि उनकी जान बच गई. यदि उस महिला ने उससे मदद नहीं मांगी होती, तो इस समय इन पेड़ों के गिरने से उसकी भी जान जा सकती थी. हालांकि यहां पर दोनों ही बातें हुई थी, कि मोहम्मद शेख का रिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया था और उसकी जान भी बच गई थी. लेकिन उसने इस घटना को सकारात्मक लेते हुए इसे अल्लाह की नेमत मानते हुए अपनी जान बचाने का श्रेय अल्लाह हो ही दिया. शेख ने कहा कि अल्लाह ने मुझसे नेक काम करवाया और मेरी जान भी बचाई.