धुलिया (वाहीद कक्कर). ताप्ती नदी किनारे शिंदखेड़ा तहसील क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे अवैध रेत के कारोबार पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है। यहां जगह-जगह से रेत निकालकर नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है। आरोपी खुलेआम नदियों से रेत निकाल रहे हैं। यहां तक की आस्था का केंद्र ताप्ती नदी से भी बेधड़क अवैध रेत निकाली जा रही है। वहीं इसी कड़ी में शुक्रवार को राजस्व विभाग ने क्षेत्र के सुलवाड़े और पाटण गांव में दो जगह दबिश देकर यहां रखे रेत के भंडार का जब्त किया। दोनों कारवाई में राजस्व विभाग ने सवा लाख रुपये से भी अधिक की रेत जब्त किया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुलवाड़े बैरेज समीप एक बियाबान स्थान पर बीस ब्रास रेत अवैध उत्खनन कर भंडारण किया हुआ था जिसे राजस्व विभाग ने जब्त किया है ।जिस का मूल्य 74 हजार रुपये बताया गया है । मण्डल अधिकारी पंडित नाना भाऊ दवले कि शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अवैध रूप से रेत खनन और चोरी का मामला दर्ज किया गया है ।
दूसरी अवैध रेत भंडारण का मामला भी शिंदखेड़ा तहसील क्षेत्र के पाटण इलाके में उजागर हुआ है । जिस मे राजस्व विभाग ने प्रकाश उमराव पावरा के विरुद्ध मुकदमा दायर किया है जिस में मंडल अधिकारी पंडित नाना भाऊ दवले ने बताया है कि पाटण स्थित प्रभाकर पाटील के खेत की समीप खलिहान में 15 ब्रास रेत बिना किसी अनुमति से भंडारण कर रखी हुई थी ।जिस पर मण्डलाधिकारी ने दबिश देकर 56 हजार 5 सौ रुपये की रेत जब्त कर आरोपी पावरा के विरुद्ध शिंदखेड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया ।