बरेली (तेज समाचार प्रतिनिधि). भारतीय टीम के पूर्व हरफन मौला गेंदबाज चेतन शर्मा आज भी मियादाद के उस छक्के को नहीं भूल पाए है, जिसने भारत से उसकी जीत छीन ली थी. यहां के इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की उपाधि पाने के बाद पूर्व क्रिकेटर ने छात्रों से कहा कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए. जिसने अपने मन में हार को स्वीकार कर लिया, वह जीवन में जीत कर भी हार जाता है. इसलिए हार को सदैव एक सबक की तरह लेना चाहिए.
चेतन ने कहा कि जब मियांदाद ने उनकी आखिरी गेंद पर सिक्स मारकर जीत छीन ली तो पूरे देश में उनको खूब भला-बुरा कहा गया. तनाव, परेशानी के उस दौर में वह अपने गुरु की शरण मे गये. उनके गुरु ने उस मानसिक परेशानी से उबरने में उनकी काफी मदद की थे.
इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में चेतन के साथ ही क्रिकेटर आरपी सिंह, बॉलीवुड स्टार जैकी श्राफ, अरुणा ईरानी, बीएल एग्रो के चैयरमैन घनश्याम खंडेलवाल को डॉक्टरेट की उपाधि दी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री मानव संसाधन एवं उच्च शिक्षा डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने सभी को उपाधि दी.
– समाज के लिए कुछ करना चाहता हूं : जैकी श्राफ
यूनिवर्सिटी के वीसी उमेश गौतम ने छात्रों को डिग्री प्रदान की. टॉपर छात्रों को राज्य मंत्री ने मैडल पहनाया. इस मौके पर जैकी श्राफ ने छात्रों से कहा कि अब उनको समाज के लिए कुछ करना है. लेकिन कामयाबी मिलने के बाद मा:बाप को बिल्कुल न भूलें. उनके त्याग से ही आज उनको कामयाबी मिली है.