नई दिल्ली. अब पहले वाला वक्त नहीं, अब सेना अपने पे आ चुकी है. पिछले वर्ष नियंत्रण रेखा के पार जाकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए एक संदेश था, और उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर और भी इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक हम कर सकते हैं. अब हम सीमा पर अशांति फैलानेवालों को एक पल के लिए भी नहीं बख्शेंगे. यदि आतंकवादी सीमा कर यहां आते है, तो हम उन्हें यहीं गाड़ देंगे. यह चेतावनी सेना प्रमुख बिपीन रावत ने दी है. रावत ने इंडियाज मोस्ट फीयरलेस नामक किताब के लोकार्पण के बाद कहा, स्ट्राइक एक संदेश था, जिसे हम देना चाहते थे. मैं समझता हूं कि वे हमारे संदेश को समझ गए हैं. जरूरत पड़ने पर ऐसी कार्रवाई फिर की जा सकती है.
रावत ने कहा कि आतंकवादी लगातार आते रहेंगे और भारतीय सैनिक उनकी खातिरदारी के लिए तैयार हैं. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सीमा पार आतंकवाद पर कहा कि सरहद के उस पार जो आतंकवादी हैं, वो तैयार बैठे हैं. हम भी उनके लिए इस तरफ तैयार बैठे हैं. उन्होंने कहा कि वो (आतंकवादी) इधर आएंगे, हम उनको रिसीव करके ढाई फुट जमीन के नीचे भेजते रहेंगे. इससे पहले जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि सुना है लश्कर में कमांडर की पोस्ट खाली है और कोई लेने को तैयार नहीं है.
रविवार को ही आतंकियों ने पिछले साल की तरह उरी हमले जैसे बड़े आतंकी अटैक की प्लानिंग की थी. जिसे सेना ने विफल कर दिया और चार आतंकी मार गिराए हैं. पिछले साल उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इस कार्रवाई में सीमापार कई आतंकी मारे गए थे और लॉन्चर पैड ध्वस्त हुए थे.