नई दिल्ली ( तेजसमाचार संवाददाता ) –आतंकवाद के मामले में एक बार पाकिस्तान फिर से पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है। अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने वाले देशों की सूची में डाल दिया। बुधवार रात जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों पाकिस्तान की सरजमीं से ट्रेनिंग कैंप चलाते हैं और यहीं से उन्हें दूसरे देशों में हमले करने के लिए आर्थिक सहायता मिलती हैं । किन्तु पाकिस्तान इन संगठनों पर लगाम नहीं लगा पा रहा है ।
अमेरिका के इस फैसले पर भारत ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उसका रुख सही साबित हुआ। अमेरिका द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तान ने दूसरे देशों को निशाना बनाने वाले लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के खिलाफ वर्ष 2016 में उचित कार्रवाई नहीं की थी । जबकि इन संगठनों ने पाकिस्तान से अपना नेटवर्क संचालित करना , आतंकवादी प्रशिक्षण देना, संगठित होना और धन जुटाना जारी रखा है । रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत पर हमले जारी हैं, जिनमें माओवादियों और पाक आधारित आतंकवादियों के हमले शामिल हैं। भारतीय अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से होने वाले हमलों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना जारी रखा है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिकी रिपोर्ट के दक्षिण एशिया वाले हिस्से ने हमारे क्षेत्र में सीमा पार आतंकवाद के कहर पर भारत के लंबे समय से अपनाए गए रुख को सही साबित किया है। विदेश विभाग ने अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी अपनी सालाना कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म में कहा कि पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के अंदर हमले करने वाले तहरीक-ए-पाकिस्तान जैसे संगठन पर कार्रवाई तो की, लेकिन अफगान तालिबान और हक्कानी जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को लेकर भी अपना रुख नरम रखा है ।
रिपोर्ट में पठानकोट अटैक का खास तौर से नाम लेते हुए जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के लिए पाकिस्तान से फैलाए जा रहे सीमा पार आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लश्कर का चीफ हाफिज सईद पाकिस्तान में बड़ी रैलियां कर रहा है। भारत सरकार ने आईएस और अल कायदा से उभर रहे खतरों पर नजर रखी है, जो भारत को धमकी दे रहे हैं। भारत में कई ऐसे लोग पकड़े गए हैं जो आईएस की भर्ती या साजिश से जुड़े पाए गए हैं। विदित हो की, अमेरिका में पाकिस्तान के अलग-थलग पडऩे के संकेत हाल में लगातार मिल रहे थे।