पारिवाहन विभाग के कुछ काले भेडिए लगा रहे विभाग को करोड़ों का चूना
आकोला(अवेस सिद्दीकी): जिले में सैकड़ो लक्झरी बसे,काली पिली, निजी वाहने अकोला से बाहरी क्षेत्रोंके लिए अवागमन कर बिना परमिट,फिटनेस क्षमता से अधिक भूसी के बोरो की तराह सांवरिया भरकर तेज रफ़्तारी से चलरही हैं। इस बीच तमाम थाने, अकोला का आरटीओ कार्यलय भी पड़ता है,इन बसों का आवागमन उन्हीं के बीच बिना किसी रोकटोक के सबके आंखो के सामने से असमान्य रफ्तार से जारी है,इनमे कई बसों के तो परमिट एवं फिटनेस भी नही है फिर भी परिवाहन विभाग के कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारियों की महेरबानी से सभी नियमों की धज्जियां बस चालको द्वारा उड़ाई जारही है, इन पर कोई कार्यवाही न होना यह साबित करता है कि वाहन चालकों द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों का मुंह मिठा किया जारहा है,नजराना दिया जारहा है। जिसकी वजह से परिवहन विभाग आंखे मूंदे बैठा है। इस सन्दर्भ में समय समय पर समाचार भी प्रकाशित किए गए है किंतु अधिकारी कार्यवाही नही करते करेंगे भी कैसे उन अधिकारियों के जेंबे इसी से भररही है। करवाई की भी जाती है तो खानापूर्ति एवं दिखावे हेतु। आरटीओ के इस खेल में कुछ राजनैतिक पृष्टभूमि रखने वाले भी सम्मिलित होने की चर्चाएं है जिनकी सांठ गांठ से से आरटीओ के अधिकारी विभाग के तमाम नियमो को ताक पर रखकर बस चालको को मनमाने रूप से वाहन चलाने की मानो आज्ञा देरहे है।माना यह भी जारहा है की विभाग के एक निरीक्षक का नजराना परिसर में ही स्थित एक चाय के दुकानदार को दिया जाता है जो ईमानदारी पूर्वक उसे निरीक्षक तक पहुँचाता है। जिन चालको के नजराने समय से पूर्व जमा होजाते है उन्हें पूर्ण रूप से आजादी एवं विश्वास दिलाया जाता है कि वे जिले भर में कहीं भी नियमों की धज्जियां उड़ाए उनपर परिवहन विभाग द्वारा कोई करवाई नही की जायेंगी। तथा जिसने नजराने का इनकार किया उसे भारी जुर्माना दे अपना शिकार बनाया जाता है।इस प्रकार विभाग के ही कुछ भ्रष्ट काले भेडिए विभाग को करोड़ो का चुना लगा रहे है।इस संदर्भ में जब संवाददाता द्वारा एक निरीक्षक से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने प्रतिक्रिया देने से साफ इंकार कर दिया जिससे कई प्रश्न निर्माण हो रहे है।
ओवरलोड वाहन चलाने का दिया जाता है अनुमति कार्ड
सूत्रों की माने तो अकोला परिवहन विभाग द्वारा चालको से नजराना लेकर विभागीय अनुमति कार्ड दिया जारहा है।इस कार्ड के आधार पर जिले भर में चालक ओवरलोड गाड़ियां चलाए उसपर करवाई नही की जाती। अकोला आरटीओ कार्यलय के सामने ही रेल्वे माल धक्का है जहाँ से सैंकड़ो ओवरलोड वाहन कार्यलय के सामने से गुजरते है किंतु नजराने की वजह से उनपर कोई करवाई नही की जाती।आरटीओ विभाग के इस लचर रवैया से जिले में वाहन चालक बे खौफ है एवं सरे राह नियमो की धज्जियां उड़ा रहे है
विभाग पर नागरिको द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप गलत है जल्द ही कलिपिली,बसे एवं अन्य वाहनों पर मोहिम चलाकर,करवाई की जाएंगी साथ ही जो भी निरीक्षक सम्मिलित पाया जायेगा उसपर उचित करवाई की जायेंगी
विनोद जिचकार
उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी अकोला